देश की खबरें | बेसबॉल के दीवाने अमेरिका में टी20 विश्व कप से क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने की उम्मीद

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. क्रिकेट 18वीं सदी में अमेरिका में मनोरंजन का एक लोकप्रिय माध्यम था लेकिन बेसबॉल की बढ़ती लोकप्रियता के बीच यह गुमनाम खेल की तरह हो गया। एक जून से शुरू हो रहे टी20 विश्व कप के जरिये यह खेल उत्तरी अमेरिका में बड़े स्तर पर वापसी कर रहा है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह स्थानीय दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम होगा?

नयी दिल्ली, 27 मई क्रिकेट 18वीं सदी में अमेरिका में मनोरंजन का एक लोकप्रिय माध्यम था लेकिन बेसबॉल की बढ़ती लोकप्रियता के बीच यह गुमनाम खेल की तरह हो गया। एक जून से शुरू हो रहे टी20 विश्व कप के जरिये यह खेल उत्तरी अमेरिका में बड़े स्तर पर वापसी कर रहा है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह स्थानीय दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम होगा?

विश्व क्रिकेट पर आर्थिक रूप से भारत का दबदबा है लेकिन वैश्विक स्तर पर इस खेल का संचालन करने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को अमेरिका के बाजार में बड़ी संभावनाएं दिखती है। आईसीसी का दावा है कि इस विशाल देश में पहले से ही तीन करोड़ प्रशंसक हैं जो इस खेल को देखते हैं।

इस टी20 विश्व कप को 2028 में लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक के लिए एक प्रमुख कदम के रूप में भी देखा जाता है। इस ओलंपिक में क्रिकेट की 128 साल के बाद वापसी होगी।

विश्व कप के ज्यादातर मैचों (55) का आयोजन कैरेबियाई देशों में होगा, इसमें नॉकआउट चरण के साथ फाइनल मैच भी शामिल है। अमेरिका के तीन स्थानों न्यूयॉर्क, डलास और लॉडरहिल में कुल 16 मैच खेले जायेंगे।

टी20 विश्व कप में प्रतिस्पर्धा के तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाला मैच अमेरिका में इस टूर्नामेंट का पहला मुकाबला होगा। इसकी मेजबानी न्यूयॉर्क करेगा। यही स्थल नौ जून को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले मैच की मेजबानी भी करेगा।

दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में शामिल रहे वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने भी अमेरिका में टी20 विश्व कप के मैचों को करने का स्वागत किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ टी20 क्रिकेट काफी मनोरंजक होता है और लोग इसे देखना चाहते है। अमेरिका के लोग मनोरंजन ही चाहते है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब आप अमेरिका के किसी व्यक्ति से बात करते है तो वह यही कहता है, ‘आप पांच दिनों तक एक खेल खेलते हैं और फिर वह ड्रा पर समाप्त हो जाता है। यह सब किस बारे में है?’ ऐसे में उसे इस खेल के बारे में समझाना मुश्किल हो जाता है।’’

आईसीसी अपने स्तर पर अमेरिकी दर्शकों से जुड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, चाहे वह आठ बार के ओलंपिक स्वर्ण विजेता धावक उसेन बोल्ट को विश्व कप दूत के रूप में जोड़ना हो या मियामी में हाल ही में फॉर्मूला वन रेस में के दौरान इस विश्व कप का प्रचार करना हो।

बेसबॉल, एनएफएल और एनबीए की दुनिया से औसत अमेरिकी परिवार का ध्यान हटाने के लिए क्रिकेट को जमीनी स्तर पर विकसित करने की आवश्यकता होगी।

क्रिकेट प्रेमी कैरेबियन से संबंध रखने वाले बोल्ट ने हाल ही में एक साक्षात्कार में ‘पीटीआई-’ को बताया, ‘‘मुझे निश्चित रूप से लगता है कि खेल अमेरिका में विकसित हो सकता है। जब आप किसी देश में मौजूद होते हैं तो लोग इसकी ओर आकर्षित होने लगते हैं और इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं।’’

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