वह ऐसे गठबंधन के प्रमुख होंगे जिसे कभी कट्टरपंथी दक्षिणपंथी रही ‘‘स्वीडन डेमोक्रेट्स’’ पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है. क्रिस्टर्सन 173 के मुकाबले 176 मतों से निर्वाचित हुए. उनकी सरकार के मंगलवार को कार्यभार ग्रहण करने की उम्मीद है. उनके गठबंधन में तीन दल शामिल हैं हालांकि गठबंधन के पास बहुमत नहीं है. लेकिन स्वीडन में, प्रधानमंत्री तब तक शासन कर सकते हैं जब तक कि संसद में उनके खिलाफ बहुमत नहीं हो. यह भी पढ़ें: नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वाला VIDEO पोस्ट करने वाले आरोपी को इलाहाबाद HC ने दी जमानत
स्वीडन डेमोक्रेट्स के साथ करीब एक महीने हुई बातचीत के बाद, यह समझौता आकार ले सका है. क्रिस्टर्सन की गठबंधन सरकार में उनकी पार्टी के साथ क्रिस्चियन डेमोक्रेट्स भी शामिल होगी. हालांकि क्रिस्टर्सन ने कहा है कि वह स्वीडन डेमोक्रेट्स के साथ "निकट संपर्क’’ में रहेंगे.
संसद में बहुमत प्राप्त करने के लिए वह स्वीडन डेमोक्रेट्स के समर्थन पर निर्भर हैं. इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि कैबिनेट में शामिल हुए बिना भी पार्टी सरकार की नीति को प्रभावित कर सकती है.
दक्षिणपंथी चरमपंथियों ने 1980 के दशक में स्वीडन डेमोक्रेट्स की स्थापना की थी. जिमी एक्सन ने 2005 में पार्टी की कमान संभाल ली और उसके बाद पार्टी की बयानबाजी में नरमी आई है और कुछ नस्लवादी सदस्यों को पार्टी से निष्कासित भी किया गया था.
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