सुनील गावस्कर 1987 में आज ही के दिन टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे
क्रिकेट जगत में ‘लिटिल मास्टर’ के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर ने सात मार्च 1987 को ही टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने का कीर्तिमान हासिल किया था. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने थे.
नयी दिल्ली, 7 मार्च : क्रिकेट जगत में ‘लिटिल मास्टर’ के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar)ने सात मार्च 1987 को ही टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने का कीर्तिमान हासिल किया था. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने थे. हालांकि, उनके बाद कई बल्लेबाजों ने यह उपलब्धि दर्ज की. मगर इस रिकॉर्ड की जब भी बात होती है, गावस्कर का नाम जरूर लिया जाता है. कोई भी बल्लेबाज टेस्ट इतिहास में जब जब यह उपलब्धि हासिल करेगा, तो यह जरूर बताया जाएगा कि भारत के सुनील गावस्कर ने सबसे पहले अपने बल्ले से इस आंकड़े को छुआ था.
देश-दुनिया के इतिहास में सात मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1911 : हिंदी के प्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ का जन्म.
1952 : वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स का एंटीगुआ में जन्म.
1961 : गोविंद वल्लभ पंत का निधन.
1969 : इज़राइल में गोल्डा मीर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री चुनी गईं. लेवी एशकोल के निधन के बाद उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया.
1977 : पाकिस्तान में 1970 के बाद पहले आम चुनाव और 1947 में पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के बाद पहली बार असैन्य शासन के तहत चुनाव कराए गए.
1987 : टीम इंडिया के प्रतिष्ठित पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे किए. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने.
1987 : अमेरिका के माइक टायसन ने 20 साल की उम्र में विश्व बॉक्सिंग संघ चैंपियनशिप बेल्ट जीती. उन्होंने जेम्स स्मिथ को 12 राउंड में हराकर सबसे कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल की.
2009 : नासा ने केप्लर दूरबीन प्रक्षेपित की, जो सूरज की परिक्रमा करती है और सूरज जैसे करीब एक लाख सितारों की टोह लेती रहती है. केप्लर दूरबीन उस समय मानव जाति के इतिहास की सबसे ताकतवर दूरबीन मानी गई थी.
2010 : अमेरिकी फिल्म निर्देशक कैथरीन बिगलॉ सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का एकेडमी पुरस्कार जीतने वाली पहली महिला बनीं. उन्हें यह पुरस्कार 2008 में आई उनकी फिल्म ‘द हर्ट लॉकर’ के लिए दिया गया.