सुकेश चंद्रशेखर ने उच्च सुरक्षा वार्ड में भेजने का विरोध किया, अदालत ने जेल प्रशासन से मांगा जवाब
चंद्रशेखर ने अपनी याचिका में उच्च सुरक्षा वार्ड में भेजे जाने का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों को एक करोड़ रुपये की रिश्वत नहीं देने पर यह कार्रवाई की जा रही है।
नयी दिल्ली, 19 मई अन्नाद्रमुक के ‘दो पत्ती’ के चुनाव चिह्न दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर की याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने जेल प्रशासन से जवाब तलब किया है।
चंद्रशेखर ने अपनी याचिका में उच्च सुरक्षा वार्ड में भेजे जाने का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों को एक करोड़ रुपये की रिश्वत नहीं देने पर यह कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि चंद्रशेखर को कथित रूप से तमिलनाडु के आरके नगर विधानसभा सीट पर चुनाव के लिए शशिकला धड़े को अन्नाद्रमुक के पांरपरिक दो पत्ते का चुनाव चिह्न दिलाने के एवज में चुनाव आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए टीटीवी दिनाकरण से पैसे लेने का आरोप है।
यह सीट तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन से खाली हुई थी।
न्यायमूर्ति नवीन चावला ने मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक (कारावास) को नोटिस जारी करते हुए याचिका पर एक हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा। याचिका में आरोप लगाया गया है कि जेल अधीक्षक ने चंद्रशेखर को जेल में शांतिपूर्वक रहने देने के एवज में एक करोड़ रुपये की ‘कल्याण राशि’ मांगी थी।
चंद्रशेखर ने इस कथित गैरकानूनी मांग की जांच कराने और सामान्य आर्थिक अपराधियों के वार्ड से हटाकर माफिया डॉन के साथ उच्च सुरक्षा वार्ड में रखे जाने की जांच कराने का अनुरोध किया है।
दिल्ली सरकार के स्थायी अधिवक्ता राहुल मेहरा और अधिवक्ता चैतन्य गोसाईं ने जेल प्रशासन की ओर से नोटिस स्वीकार किया।
उच्च न्यायालय ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 16 जून की तारीख तय की है।
इस बीच उच्च न्यायालय ने चंद्रशेखर को जेल प्रशासन से अन्य कोठरी में स्थानांतरित करने का अनुरोध करने की अनुमति दे दी।
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