जरुरी जानकारी | इन्फोसिस में भारी बिकवासी के साथ शेयर बाजार लुढ़का, सेंसेक्स ने लगाया 888 अंक का गोता
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छह सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस में भारी गिरावट आने से थम गया और दोनों मानक सूचकांक एक प्रतिशत से भी अधिक लुढ़क गए।
मुंबई, 21 जुलाई घरेलू शेयर बाजारों में लगातार छह सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस में भारी गिरावट आने से थम गया और दोनों मानक सूचकांक एक प्रतिशत से भी अधिक लुढ़क गए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के अंत में 887.64 अंक यानी 1.31 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 66,684.26 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,038.16 अंक गिरकर 66,533.74 अंक पर भी खिसक गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 234.15 अंक यानी 1.17 प्रतिशत टूटकर 19,745 अंक पर बंद हुआ। इसी के साथ पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी का सिलसिला भी थम गया।
छह दिनों की तेजी के दौरान सेंसेक्स कुल 2,178 अंक यानी 2.86 प्रतिशत बढ़कर 67,571.90 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। इसी तरह निफ्टी ने भी कुल 594 अंक यानी 3.84 प्रतिशत बढ़कर 19,979.15 अंक का नया शिखर छू लिया था।
सेंसेक्स समूह में शामिल कंपनियों में से इन्फोसिस का शेयर आठ प्रतिशत से भी अधिक टूट गया। कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ उम्मीद से कहीं कम 11 प्रतिशत पर रहने के अलावा चालू वित्त वर्ष के लिए राजस्व वृद्धि अनुमान को घटाकर एक से 3.5 प्रतिशत करने की घोषणा की है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "भारतीय आईटी क्षेत्र के बारे में इन्फोसिस के कमजोर नजरिया जाहिर करने से निफ्टी की 20,000 के पार निकलने की उम्मीदें फिलहाल टूट गईं। दिग्गज कंपनियां बिकवाली के दबाव में आ गईं लेकिन स्मालकैप कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा रहा।"
रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में भी खासी गिरावट रही। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो और टेक महिंद्रा के शेयरों में भी बिकवाली का जोर रहा।
दूसरी तरफ, बुलेट ट्रेन परियोजना से 7,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर हासिल करने वाली लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 3.88 प्रतिशत तक चढ़ गए। एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, मारुति और भारती एयरटेल के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई।
बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.26 प्रतिशत कमजोर हो गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.13 प्रतिशत की बढ़त रही।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, "बाजार में व्यापक गिरावट रही और आईटी शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि व्यापक बाजार सूचकांकों के बेहतर प्रदर्शन ने इस नुकसान को थोड़ा कम किया।"
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की एवं चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एवं हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए।
यूरोप के ज्यादातर शेयर बाजारों में तेजी का रुख है। अमेरिकी बाजारों में बृहस्पतिवार को काफी हद तक गिरावट रही थी।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.19 प्रतिशत चढ़कर 80.59 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 3,370.90 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीदारी की थी।
प्रेम
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