(गुरदीप सिंह)
सिंगापुर, 28 अप्रैल कोरोना वायरस फैलने के बीच पिछले साल एक बार में प्रवेश के लिए टीके की खुराक लेने के बारे में झूठ बोलने के दोषी भारतीय मूल के एक वरिष्ठ नागरिक को पांच दिन की जेल की सजा सुनायी गयी है। मीडिया में आयी एक खबर में यह जानकारी दी गयी है।
‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ की बुधवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक, आरोपी उधेयाकुमार नल्लाथम्बी (65) ने बार में प्रवेश करने के लिए अपने आप को रुघबीर सिंह (37) बताया था।
नल्लाथम्बी ने ट्रेसटुगेदर ऐप का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी करने का जुर्म स्वीकार किया। इस ऐप के जरिए उसने यह दिखाया कि कोविड-19 रोधी टीके की खुराक ले ली है जो कि बार में प्रवेश के लिए अनिवार्य था।
सिंह ने अदालत को बताया कि उसकी मित्र और वह पिछले साल नौ सितंबर को नल्लाथम्बी से मिले थे। तीनों बाद में मद्यपान के लिए सेंटोसा गए और फिर बिकनी बार जाने का मन बनाया। लेकिन बार की सहायक प्रबंधक ने नल्लाथम्बी को प्रवेश करने नहीं दिया क्योंकि उन्होंने कोविड-19 रोधी टीके की खुराक नहीं ली थी।
उप लोक अभियोजक शेन वानकिन ने बताया कि बार से जाने के बाद सिंह ने नल्लाथम्बी को खुद को सिंह बताकर और उसका टीकाकरण दर्जा इस्तेमाल कर बार में प्रवेश करने का सुझाव दिया। नल्लाथम्बी इस पर राजी हो गया और वह उसका मोबाइल फोन ले गया। इसके बाद वह महिला के साथ कोस्टेस बार गया जबकि सिंह बाहर इंतजार करता रहा।
नल्लाथम्बी ने वहां शराब पी और तभी बिकनी बार के सहायक प्रबंधक ने उसे देख लिया। उसने कोस्टेस बार के अपने समकक्ष को इसकी जानकारी दी और तब पूरे मामले का खुलासा हुआ।
सिंह ने भी इसी आरोप में जुर्म स्वीकार कर लिया था और उसे भी फरवरी में पांच दिन की जेल की सजा सुनायी गयी थी।
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