चार अधिकारियों ने माना कि इस बारे में प्रगति हुई है। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिन 15 महीने से अधिक समय से जारी लड़ाई को समाप्त करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इजराइल-हमास के बीच युद्ध ने पश्चिम एशिया को अस्थिर कर दिया है।
वार्ता को लेकर एक अमेरिकी अधिकारी ने जानकारी दी और कहा कि सभी पक्ष ‘‘पहले से कहीं ज्यादा करीब हैं। हालांकि वार्ता के असफल होने की भी आशंका है।’’
हमास से जुड़े एक अधिकारी सहित दो अन्य अधिकारियों ने कहा कि अब भी कई बाधाएं हैं। पिछले एक साल में कई मौकों पर अमेरिकी नेताओं ने कहा है कि वे एक समझौते पर पहुंचने वाले हैं, लेकिन बातचीत बीच में ही रुक गई।
वार्ता से अवगत एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि इस संबंध में एक उल्लेखनीय सफलता मिली है और प्रस्तावित समझौते पर बात हो रही है। व्यक्ति ने बताया कि इजराइल और हमास के वार्ताकार इसे अंतिम मंजूरी के लिए अपने नेताओं के पास ले जाएंगे।
एक सूत्र ने कहा कि कतर से मध्यस्थों ने हमास पर समझौते को स्वीकार करने के लिए नए सिरे से दबाव डाला है, जबकि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ इजराइल पर दबाव डाल रहे हैं।
व्यक्ति ने कहा कि मध्यस्थों ने प्रत्येक पक्ष को समझौते का मसौदा सौंप दिया है और अगले 24 घंटे निर्णायक होंगे।
मिस्र के एक अधिकारी ने कहा कि वार्ता के संबंध में अच्छी प्रगति हुई है, लेकिन इसमें कुछ और दिन लगेंगे और दोनों पक्ष 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले समझौते का लक्ष्य बना रहे हैं।
हमास के एक अधिकारी ने कहा कि कई विवादास्पद मुद्दों को अब भी हल करने की आवश्यकता है, जिसमें युद्ध को समाप्त करने के लिए इजराइल की प्रतिबद्धता और इजराइली सैनिकों की वापसी एवं फलस्तीनी कैदियों के बदले बंधकों की रिहाई के बारे में विवरण शामिल हैं।
कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने बाइडन से फोन पर भी बात की, जिन्होंने समझौते की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)