जरुरी जानकारी | सेंसेक्स 152 अंक बढ़कर नई ऊंचाई पर; एचडीएफसी, भारती एयरटेल में तेजी से चढ़ा बाजार
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. बंबई शेयर बाजार (बीएसई) सेंसेक्स मंगलवार को 152 अंक की बढ़त के साथ रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी, भारती एयरटेल और इन्फोसिस में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी।
मुंबई, 10 अगस्त बंबई शेयर बाजार (बीएसई) सेंसेक्स मंगलवार को 152 अंक की बढ़त के साथ रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी, भारती एयरटेल और इन्फोसिस में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 151.81 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकार्ड 54,554.66 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 21.85 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,280.10 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में करीब चार प्रतिशत की तेजी के साथ भारती एयरटेल सर्वाधिक लाभ वाला शेयर रहा। इसके अलावा, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचसीएल टेक में प्रमुख रूप से तेजी रही।
दूसरी तरफ, गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील, एनटीपीसी, आईटीसी और पावर ग्रिड शामिल हैं।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के अनुसार, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को जोरदार उतार चढ़ाव रहा। एनएसई निफ्टी रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद तेजी से नीचे आया। मुख्य रूप से धातु, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और रियल्टी शेयरों में बिकवाली दबाव से इसमें गिरावट आयी।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को छोड़कर अन्य वित्तीय शेयरों से बाजार को समर्थन मिला और बड़ी गिरावट पर लगाम लगा। बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों ने आईटी कंपनियों जैसे शेयरों को तरजीह दी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘धातु कंपनियों के शेयरों के साथ कई महीनों की तेजी के बाद छोटी कंपनियों (स्मॉल कैप इंडेक्स) के शेयरों की बिकवाली से बाजार नीचे आया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मझोली कंपनियों के सूचकांक (मिड कैप इंडेक्स) और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में भी निवेशकों ने मुनाफावसूली की। सूचकांक जिस स्तर पर बंद हुआ, वह वास्तव में बाजार में धारणा को प्रतिबिंबित नहीं करता। धारणा काफी कमजोर थी।’’
जियोजीत फानेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार वैश्विक बाजारों में बिकबवाली दबाव से घरेलू बाजार में शुरूआती बढ़त कायम नहीं रही और उतार-चढ़ाव आया।
उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के बांड खरीद कार्यक्रम के पहले वापस लेने की आशंका और अमेरिका के सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा इस सप्ताह जारी होने से पहले वैश्विक बाजार पर असर पड़ा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग और टोक्यो लाभ में रहें जबकि सियोल नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में मध्याह्न कारोबार में तेजी का रुख रहा।
इस बीच, अंतररष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.03 प्रतिशत मजबूत होकर 69.75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 17 पैसे लुढ़क कर 74.43 पर बंद हुई।
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