जरुरी जानकारी | सेंसेक्स, निफ्टी ने शुरुआती बढ़त गंवाई, मामूली लाभ के साथ हुए बंद

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. सेंसेक्स और निफ्टी ने सोमवार को अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया और ये अंत में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। लगातार दो सत्रों की गिरावट के बाद ऊर्जा, आईटी और फार्मा शेयरों में लिवाली से बाजार अच्छी बढ़त के साथ खुले, लेकिन इसे कायम नहीं रख पाए।

मुंबई, आठ मार्च सेंसेक्स और निफ्टी ने सोमवार को अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया और ये अंत में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। लगातार दो सत्रों की गिरावट के बाद ऊर्जा, आईटी और फार्मा शेयरों में लिवाली से बाजार अच्छी बढ़त के साथ खुले, लेकिन इसे कायम नहीं रख पाए।

उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35.75 अंक या 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,441.07 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 667 अंक की बढ़त पर चल रहा था। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच यह तेजी टिकाऊ नहीं रही।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,956.20 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में एलएंडटी के शेयर में सबसे अधिक 3.43 प्रतिशत का लाभ रहा। ओएनजीसी का शेयर 2.96 प्रतिशत, एचसीएल टेक 2.22 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.66 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 1.6 प्रतिशत तथा इन्फोसिस का 1.54 प्रतिशत चढ़ गया।

वहीं दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट आई।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों के कमजोर रुख तथा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से घरेलू शेयर बाजारों ने शुरुआती लाभ गंवा दिया।’’

स्मॉलकैप, मिडकैप और लॉर्जकैप का प्रदर्शन व्यापक बाजार रुख से अच्छा रहा।

रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के नरम रुख के बावजूद घरेलू बाजार ज्यादातर समय सकारात्मक दायरे में रहे। सरकारी बैंकों, आईटी तथा धातु कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला।’’

अमेरिका में सरकारी बांडों पर प्रतिफल बढ़ने से एशियाई बाजारों में गिरावट रही। अमेरिकी सीनेट द्वारा 1,900 अरब डॉलर के कोविड-19 राहत पैकेज को पारित करने की खबरों से एशियाई बाजारों की शुरुआत मजबूती के रुख के साथ हुई थी, लेकिन वे इस बढ़त को कायम नहीं रख पाए।

अमेरिकी श्रम विभाग के फरवरी के रोजगार के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इससे निवेशकों को कुछ राहत मिली।

इस बीच, सऊदी अरब की तेल सुविधाओं पर ड्रोन हमले की खबर से कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी आई।

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 2,014.16 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 23 पैसे टूटकर 73.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

अजय

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