मुंबई, 13 नवंबर वैश्विक बाजारों की घट-बढ़ के बीच घरेलू शेयर बाजारों में बैंकिंग व वित्तीय शेयरों में सुधार रहा। इससे एक दिन की गिरावट के बाद शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार पुन: बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहे। इसके साथ ही घरेलू शेयर बाजार ने संवत वर्ष 2076 का समापन वृद्धि के साथ किया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 85.81 अंक यानी 0.20 प्रतिशत मजबूत होकर 43,443 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एएनएसई का निफ्टी भी 29.15 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 12,719.95 अंक पर पहुंच गया।
यह भी पढ़े | Tiger Shroff की बहन कृष्णा श्रॉफ ने बॉयफ्रेंड एबन हैम्स से किया ब्रेकअप, डिलीट की सारी तस्वीरें.
दोनों ही सूचकांक में हिंदू कैलेंडर संवत वर्ष 2076 का समापन अच्छी-खासी बढ़त के साथ हुआ। पूरे वर्ष के दौरान सेंसेक्स 4,384.94 अंक यानी 11.22 प्रतिशत और निफ्टी में 1,136.05 अंक यानी 9.80 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
संवत 2077 की शुरुआत के मौके पर शनिवार को दीपावली के दिन शाम को एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबार होगा।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फिनसर्व सर्वाधिक 3.32 प्रतिशत ऊंचा रहा। इसके अलावा टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी बढ़त में रहे।
दूसरी ओर एलएंडटी, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टीसीएस के शेयर 2.04 प्रतिशत तक की गिरावट में रहे।
सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 1,549.94 अंक यानी 3.69 प्रतिशत और निफ्टी 456.40 अंक यानी 3.72 प्रतिशत ऊंचा रहा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कोविड-19 के टीके के विकास, अमेरिकी चुनाव परिणाम और विदेशी निवेश जैसी सकारात्मक खबरों द्वारा संचालित सप्ताह के दौरान बाजार ने अपनी गति को बनाये रखा है। इसके अलावा कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणाम और आत्मनिर्भर भारत 3.0 ने भी बाजार को मजबूत किया।’’
रिलायंस सिक्योरिटीज के संस्थागत व्यवसाय के प्रमुख अर्जुन यश महाजन ने कहा, ‘‘वित्तीय क्षेत्र के चुनिंदा शेयरों में सुधार रहा। इससे घरेलू शेयर बाजार शुरुआती नुकसान से उबरने में कामयाब रहे।’’
उन्होंने कहा कि एफएमसीजी को छोड़ शेष सभी समूहों के सूचकांक बढ़त में रहे। धातु और दवा कंपनियों के शेयरों में ठीक ठाक तेजी देखी गयी। हालांकि यूरोप और अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी के मामले बढ़ने से निवेशकों में चिंता रही। टीके को लेकर स्पष्टता के साथ ही दूसरी तिमाही में कंपनियों के ठोस प्रदर्शन और आत्मनिर्भर भारत 3.0 के तहत अतिरिक्त आर्थिक राहत उपायों ने घरेलू शेयर बाजारों को समर्थन दिया।
बीएसई सूचकांक समूहों में धातु, रियल्टी, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, बेसिक मटीरियल्स, बैंकिंग और ऊर्जा सूचकांक 1.94 प्रतिशत तक की बढ़त में रहे। पूंजीगत वस्तुओं, दूरसंचार, एफएमसीजी और इंडस्ट्रियल्स समूहों में गिरावट रही।
बीएसई का मिडकैप और स्मॉलकैप 1.12 प्रतिशत तक बढ़त में रहा।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान के निक्की गिरावट में रहे। दक्षिण कोरिया का कोस्पी बढ़त में रहा। वहीं, शुरुआती कारोबार में ज्यादातर यूरोपीय बाजार बढ़त में चल रहे थे।
इस बीच कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.69 प्रतिशत गिरकर 43.23 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं, शुक्रवार को रुपया 74.62 प्रति डॉलर के स्तर पर लगभग स्थिर बंद हुआ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)