जरुरी जानकारी | सेंसेक्स 205 अंक चढ़कर नये शिखर पर, कारोबार के दौरान पार किया 67,000 अंक का स्तर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 205 अंक से अधिक चढ़कर एक बार फिर नये शिखर पर बंद हुआ। विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने और अमेरिका तथा यूरोपीय बाजारों के सकारात्मक रुख के साथ बाजार में तेजी रही।
मुंबई, 18 जुलाई स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला मंगलवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 205 अंक से अधिक चढ़कर एक बार फिर नये शिखर पर बंद हुआ। विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने और अमेरिका तथा यूरोपीय बाजारों के सकारात्मक रुख के साथ बाजार में तेजी रही।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इन्फोसिस में अच्छी लिवाली से भी बाजार को समर्थन मिला।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 205.21 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 66,795.14 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान मानक सूचकांक 417.09 अंक उछलकर 67,007.02 अंक तक चला गया था। यह पहला मौका है जब कारोबार के दौरान सेंसेक्स 67,000 अंक के पार गया है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 37.80 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की तेजी के साथ नये रिकॉर्ड स्तर 19,749.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान मानक सूचकांक 108 अंक की बढ़त के साथ नई ऊंचाई 19,819.45 अंक तक चला गया था।
सेंसेक्स के शेयरों में इन्फोसिस सबसे ज्यादा 3.67 प्रतिशत चढ़ा। इसके अलावा एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस, टाइटन, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘तेजड़िये लगातार बाजार को गति दे रहे हैं। लेकिन शेयरों के दाम ऊंचे होने को लेकर चिंता के बीच उतार-चढ़ाव देखने को मिला। डॉलर सूचकांक में तेजी से गिरावट और अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल कम होने से उभरते बाजारों में नकदी का प्रवाह हो रहा है। चीन में आर्थिक वृद्धि उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने और अमेरिकी बाजार के परिदृश्य में सुधार निवेशकों को भारतीय बाजार के प्रति आकर्षित कर रहा है।’’
बीएसई स्मॉलकैप (छोटी कंपनियों के शेयरों का सूचकांक) 0.47 प्रतिशत और मिडकैप (मझोली कंपनियों के शेयरों का सूचकांक) 0.18 प्रतिशत नीचे आये।
कोटक सिक्योरिटीज लि. के शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘मुख्य रूप से विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से बाजार में तेजी है। बाजार में शेयरों के अधिक मूल्यांकन की स्थिति हो सकती है, लेकिन रुख सकारात्मक बना हुआ है। इसका कारण भारत का मजबूत आर्थिक प्रदर्शन और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में वृद्धि का दौर अब समाप्त होने के करीब आने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, तकनीकी रूप से कारोबार के दौरान बाजार में कुछ सुधार यह संकेत है कि गतिविधियां निकट भविष्य में एक दायरे में रह सकती हैं।’’
वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक दायरे में रहे थे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत चढ़कर 78.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली जारी रही और मंगलवार को उन्होंने 2,115.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
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