देश की खबरें | जूनियर एशिया कप खिताब के बाद टीम में सीनियर अपनी जगह हलके में नहीं लें : शॉपमैन

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने कहा कि जापान में हाल ही में जूनियर महिला टीम की कामयाबी के बाद सीनियर खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को हलके में नहीं ले सकते ।

नयी दिल्ली, 13 जून भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने कहा कि जापान में हाल ही में जूनियर महिला टीम की कामयाबी के बाद सीनियर खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को हलके में नहीं ले सकते ।

चार बार की चैम्पियन कोरिया को जापान के काकामिगाहारा में 2 . 1 से हराकर पहली बार जूनियर एशिया कप जीतने के बाद जूनियर महिला टीम मंगलवार को स्वदेश लौट आई ।

डच कोच ने कहा कि सीनियर खिलाड़ी काफी प्रतिस्पर्धी हैं लेकिन चीन के हांगझोउ में सितंबर अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों के लिये टीम चुनते समय जूनियर खिलाड़ियों की उम्र आड़े नहीं आयेगी ।

उन्होंने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ मैने सभी को मैदान के भीतर, बाहर और उनके प्रदर्शन को देखा है ।देखते हैं कि क्या होता है लेकिन सीनियर खिलाड़ी काफी प्रतिस्पर्धी है और चयन के लिये हर सत्र में अच्छा खेलना होगा ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ उम्र निर्णायक नहीं होगी (एशियाड टीम के चयन के लिये)। अब जूनियर एशिया कप में खिताबी जीत को भी ध्यान में रखा जायेगा ।’’

शॉपमैन ने कहा ,‘‘ मैं जूनियर एशिया कप में टीम के प्रदर्शन से खुश हूं और मेरा लक्ष्य आस्ट्रेलिया दौरे तथा जूनियर एशिया कप को कोर ग्रुप तैयार करने के लिये इस्तेमाल करना था ।’’

उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों के लिये टीम का चयन इस महीने हो जायेगा ।

उन्होंने कहा ,‘‘ हम बड़े टूर्नामेंटों के लिये टीम पहले चुन लेते हैं । इस महीने चयन ट्रायल हैं और खिलाड़ियों को अच्छा खेलना होगा । मैं बड़ी तस्वीर देखती हूं और इसके लिये हर दिन अच्छा प्रदर्शन जरूरी है । फिलहाल हमारा कोर ग्रुप काफी मजबूत है और जूनियर टीम के पांच खिलाड़ी भी उसमें है । इन सभी के लिये एशियाई खेलों की टीम में जगह बनाने का मौका है ।’’

भारतीय फॉरवर्ड मुमताज खान ने जीत का श्रेय शॉपमैन को देते हुए कहा कि चिली में इस साल के आखिर में होने वाले जूनियर विश्व कप से पहले इस जीत से टीम का मनोबल बढा है ।

उन्होंने कहा ,‘‘ हमने पिछले जूनियर विश्व कप में एक टीम के रूप में खेला था और कांस्य पदक से चूक गए । हमने एशिया कप में हर पल का महत्व समझा और घबराये नहीं । हमने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया। अगर यानेके नहीं होती तो हम पदक नहीं जीत पाते ।’’

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