खेल की खबरें | डब्ल्यूएफआई चुनाव से ज्यादा जरूरी है चयन ट्रायल: पीटी उषा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पी टी उषा ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव कराने में देरी को सही ठहराते हुए कहा कि जूनियर पहलवानों के लिए चयन ट्रायल इस राष्ट्रीय खेल निकाय के लिए ज्यादा जरूरी प्राथमिकता है।

सोनीपत, छह जून भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पी टी उषा ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव कराने में देरी को सही ठहराते हुए कहा कि जूनियर पहलवानों के लिए चयन ट्रायल इस राष्ट्रीय खेल निकाय के लिए ज्यादा जरूरी प्राथमिकता है।

आईओए ने 27 अप्रैल को घोषणा की थी कि उसकी तीन सदस्यीय तदर्थ समिति महासंघ के दैनिक मामलों को देखेगी और इसके गठन के 45 दिनों के भीतर डब्ल्यूएफआई चुनाव भी करेगी। उसने हालांकि चुनाव प्रक्रिया शुरू करने के लिए अभी तक तीसरे सदस्य (सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश)  को नियुक्त नहीं किया है।

भूपेंद्र सिंह बाजवा और सुमा शिरूर की दो सदस्यीय तदर्थ समिति ने चार मई को कार्यभार संभालने के बाद महासंघ से संबंधित कार्य कर रहे है।

तदर्थ समिति एशियाई चैंपियनशिप के लिए अंडर-15 और अंडर-20 पहलवानों के चयन ट्रायल देख रही है।

डब्ल्यूएफआई चुनाव कराने की 45 दिन की समय सीमा 17 जून को समाप्त हो रही है।

पीटी उषा ने मंगलवार को यहां भारतीय खेल प्राधिकरण में ट्रायल की निगरानी करने के बाद कहा, ‘‘ बच्चों (पहलवानों) की बेहतरी के लिए हमने डब्ल्यूएफआई के चुनाव के बजाय ट्रायल को प्राथमिकता दी। हम अगर चुनाव पर ध्यान लगायेंगे तो ट्रायल का स्तर गिर सकता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम अपने खिलाड़ियों के हितों को नजरअंदाज नहीं करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व करने का उचित अवसर मिले।’’

उन्होंने हालांकि कहा कि डब्ल्यूएफआई के चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।

इस पूर्व दिग्गज एथलीट ने कहा, ‘‘ तदर्थ समिति के तीसरे सदस्य के नाम और चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी और हम इसे 45 दिनों की समय सीमा के अंदर पूरा करने की कोशिश करेंगे।’’

इस खेल की वैश्विक निकाय यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने धमकी भरे लहजे में कहा था कि अगर डब्ल्यूएफआई के चुनाव 45 दिनों के अंदर नहीं हुए तो भारत को निलंबित किया जा सकता है।

उषा ने कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि तदर्थ समिति की देख-रेख में ट्रायल का पारदर्शी आयोजन हो रहा है। इसमें 2500 प्रतिभागी भाग ले रहे है और सभी को समान अवसर मिल रहा है।’’

इस मौके पर बाजवा ने ‘पीटीआई-’ से कहा कि चुनाव प्रक्रिया शुरू करने के लिए तदर्थ समिति के तीसरे सदस्य की नियुक्ति उनके हाथ में नहीं है और यह काम आईओए को करना है।

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