उत्तराखंड में 22 जनवरी तक स्कूल बंद, 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे शापिंग मॉल और जिम

कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर उत्तराखंड में 12वीं कक्षा तक के स्कूल 22 जनवरी तक के बंद रहेंगे. शापिंग मॉल और जिम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे, लेकिन स्वीमिंग पूल और वाटर पार्क 22 जनवरी तक बंद रहेंगे.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pxhere)

देहरादून, 16 जनवरी: कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उत्तराखंड में रविवार को 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को 22 जनवरी तक बंद करने का आदेश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि उत्तराखंड में जिन कोरोना वायरस संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट आई है, उनमें से 54 प्रतिशत मामलों में ओमीक्रोन के हैं. Uttarakhand: मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, कैबिनेट से बर्खास्त, कांग्रेस में आज हो सकते हैं शामिल!

प्रदेश में रविवार को कोरोना के 2,682 नए मामले सामने आए, जिनमें से करीब आधे (1,331) मामले देहरादून जिले में मिले. हरिद्वार जिले में 351, उधमसिंह नगर जिले में 281, नैनीताल में 188 और पौडी गढ़वाल में 159 नए मामले मिले.

प्रदेश के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधु द्वारा यहां जारी कोविड-19 संबंधी ताजा दिशा-निर्देशों के अनुसार, रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक के कर्फ्यू को जारी रखा गया है. राज्य में आंगनबाड़ी केंद्रों तथा 12वीं कक्षा तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों को 22 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.  साथ ही शापिंग मॉल और जिम 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे, लेकिन स्वीमिंग पूल और वाटर पार्क 22 जनवरी तक बंद रहेंगे.

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 22 जनवरी तक प्रदेश में राजनीतिक रैलियों और धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी. अधिकतम 300 व्यक्तियों या सभागार की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बंद कक्षों में बैठकें की जा सकेंगी. इस बीच, प्रदेश की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि उत्तराखंड में जिन कोरोना वायरस संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट आई है, उनमें से 54 प्रतिशत मामलों में ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है.

उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित 2,255 नमूनों का जीनोम अनुक्रमण दून मेडिकल कॉलेज प्रयोगशाला में किया गया. उन्होंने बताया कि 159 नमूनों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है, जिनमें से 85 में ओमीक्रोन स्वरूप मिला है .

डॉ. बहुगुणा ने बताया कि विश्व में सभी जगह ओमीक्रोन स्वरूप तेजी से फैल रहा है, लेकिन इसके प्रभाव अधिक घातक नहीं दिख रहे. बहरहाल, उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\