सफाईकर्मी की संदिग्ध हालात में मौत : पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
कुछ समाचार चैनलों पर यह दावा किया गया कि मरने वाले सफाई कर्मी कुंवर पाल(22) को मौत से पहले जबरन सैनिटाइजर पिलाया गया। हालांकि जिला पुलिस ने इससे इंकार करते हुए कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई भी एंटीमार्टम इंजरी सामने नहीं आई है।
लखनऊ, 19 अप्रैल उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में कथित रूप से जबरन कीटनाशक खिलाए जाने के कारण एक व्यक्ति की हुई मौत के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
कुछ समाचार चैनलों पर यह दावा किया गया कि मरने वाले सफाई कर्मी कुंवर पाल(22) को मौत से पहले जबरन सैनिटाइजर पिलाया गया। हालांकि जिला पुलिस ने इससे इंकार करते हुए कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई भी एंटीमार्टम इंजरी सामने नहीं आई है।
जिला पुलिस ने एक बयान जारी कर सफाईकर्मी के साथ मारपीट से इनकार करते हुए कहा कि स्थानीय नागरिकों ने भी कहा है कि उस सफाईकर्मी का किसी से मामूली झगड़ा हुआ था और उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी।
पुलिस का कहना है कि शव का विसरा सुरक्षित कर लिया गया है। उसकी रिपोर्ट आने से पहले मौत के कारण के बारे में कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता। प्रथम दृष्टया उसके साथ मारपीट या उसके चेहरे पर सैनिटाइजर छिड़के जाने की बात प्रमाणित नहीं हुई है।
पुलिस ने एक निजी अस्पताल के डॉक्टर के. वी. सिंह का हवाला देते हुए बताया है कि सफाई कर्मी कुंवर पाल गत 14 अप्रैल को उनके अस्पताल में भर्ती होने आया था। इलाज के दौरान उसने डॉक्टर से कहा था कि किसी ने उसके साथ मारपीट नहीं की और ना ही किसी ने उसे जबरन सैनिटाइजर पिलाया।
बकौल, पुलिस कुंवर पाल का यह भी कहना था कि वह सैनिटाइजर का छिड़काव कर रहा था जिसकी वजह से उसकी हालत खराब हुई। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इस वजह से उसे हायर सेंटर रेफर किया गया था। पाल की 17 अप्रैल को मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि पाल के परिजन की शिकायत पर इंद्रपाल तथा चार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि पाल स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी नहीं था।
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