विदेश की खबरें | परमाणु ऊर्जा संयंत्र को रूसी सेना ने बनाया निशाना

एक सरकारी अधिकारी ने ‘द एसोसिएटेडेट प्रेस’(एपी) को बताया कि ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र’ के आस-पास के क्षेत्र में विकरण का स्तर बढ़ा हुआ पाया गया है। इस स्थान पर देश की करीब 25 प्रतिशत बिजली का उत्पादन होता है।

अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर यह जानकारी दी, क्योंकि सूचना को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।

संयंत्र के प्रवक्ता एन्ड्री तुज ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया कि आग को बुझाने के लिए लड़ाई रोकी जानी बेहद जरूरी है।

रूसी सेना यूक्रेनी शहर एनेर्होदर पर नियंत्रण के लिए बृहस्पतिवार से लड़ाई लड़ रही है, जहां यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है और उन्होंने देश को समुद्र मार्ग से काटने के लिए भी काफी मशक्कत की है। देश के नेताओं ने नागरिकों से आक्रमणकारियों के खिलाफ छापामार युद्ध करने का आह्वान किया है।

एनेर्होदर में देश का एक-चौथाई बिजली उत्पादन होता है। वहां लड़ाई ऐसे वक्त हो रही है, जब रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बातचीत में नागरिकों को निकालने और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाने के संबंध में एक अस्थायी समझौता हुआ है।

सियोल-

दक्षिण कोरिया ने कहा कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के खिलाफ अपने निर्यात प्रतिबंधों को कड़ा करने के बदले अमेरिका से उसे कुछ छूट मिली हैं।

दक्षिण कोरिया के व्यापार, उद्योग तथा ऊर्जा मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि व्यापार मंत्री येओ हान-कू की इस सप्ताह वाशिंगटन में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के साथ हुई मुलाकात के दौरान यह समझौता हुआ।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पिछले सप्ताह यूक्रेन पर आक्रमण के जवाब में अर्धचालक, लेज़र, विमान तथा संचार उपकरण जैसे विदेशी प्रौद्योगिकी उत्पादों तक रूस की पहुंच को समाप्त करने के उद्देश्य से कई प्रतिबंधों का ऐलान किया था।

दक्षिण कोरियाई लोगों ने प्रमुख दक्षिण कोरियाई कम्पनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने के लिए विनियमन से छूट मांगी थी। दक्षिण कोरिया ने पहले ही रूस को रणनीतिक सामग्रियों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है और वैश्विक भुगतान प्रणालियों से प्रमुख रूसी बैंकों को काटने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का भी वह हिस्सा है।

अमेरिकी अधिकारियों ने अपने दक्षिण कोरियाई समकक्षों को बताया कि स्मार्टफोन, यात्री कार और वाशिंग मशीन जैसे उपभोक्ता सामान तब तक अमेरिकी प्रतिबंधों के अधीन आएंगे, जब तक उनका इस्तेमाल रूसी नागरिकों या कम्पनियों द्वारा हो रहा है, सेना के द्वारा नहीं।

वाशिंगटन-

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने देश में मौजूद यूक्रेन के लोगों को बृहस्पतिवार को मानवीय सहायता की पेशकश की, जो हजारों लोगों को उनके युद्धग्रस्त देश भेजे जाने से उनकी रक्षा कर सकता है।

संघीय कार्यक्रम ‘टेंपरेरी प्रोटेक्टेड स्टेटस’ (अस्थायी संरक्षित दर्जा) के तहत यूक्रेन के नागरिक 18 महीने तक देश में रह सकते हैं। संरक्षण का पात्र होने के लिए किसी व्यक्ति का कम से कम मंगलवार से अमेरिका में होना आवश्यक है।

प्रशासन ने कहा कि यूक्रेन में रूसी आक्रमण के कारण यह फैसला किया गया है।

आक्रमण से एक बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है, जिससे 10 लाख से अधिक लोग देश छोड कर चले गए हैं।

गृह सुरक्षा मंत्री एलेजांद्रो एन. मयोरकास ने कहा, ‘‘ यूक्रेन पर रूस के पूर्व नियोजित और अकारण हमले के परिणामस्वरूप वहां युद्ध तथा बेवजह की हिंसा का मंजर है, जिस कारण यूक्रेन के नागरिक दूसरे देशों में पनाह लेने को मजूबर हो गए हैं।’’

वैचारिक संस्था ‘माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट’ के अनुसार इस योजना से अमेरिका में यूक्रेन के 30,000 से अधिक नागरिकों को लाभ मिल सकता है।

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