जरुरी जानकारी | रुपया नौ पैसे की बढ़त के साथ 82.86 प्रति डॉलर पर

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. रुपये में सोमवार को लगातार नौवें कारोबारी सत्र में मजबूती दिखी। घरेलू शेयर बाजार में तेजी और विदेशी कोषों का प्रवाह बढ़ने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले नौ पैसे बढ़कर 82.86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

मुंबई, 15 जनवरी रुपये में सोमवार को लगातार नौवें कारोबारी सत्र में मजबूती दिखी। घरेलू शेयर बाजार में तेजी और विदेशी कोषों का प्रवाह बढ़ने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले नौ पैसे बढ़कर 82.86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.82 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 82.77 से 82.91 प्रति डॉलर के दायरे में घट-बढ़ के बाद घरेलू शेयर बाजार में भारी तेजी के रुख के बीच कारोबार के अंत में नौ पैसे की मजबूती के साथ 82.86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

शुक्रवार को रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 82.95 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

पिछले नौ कारोबारी सत्र में रुपये में 48 पैसे की मजबूती आई है। दो जनवरी को यह 83.32 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था।

शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर अमेरिकी डॉलर और सकारात्मक वैश्विक बाजारों के कारण रुपया थोड़े सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। विदेशी निवेशकों की ओर से ताजा निवेश की उम्मीद से भी रुपये को समर्थन मिल सकता है।’’

हालांकि, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव के बढ़ने से रुपये की तेज बढ़त पर रोक लग सकती है।

इस बीच, छह अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की तेजी के साथ 102.49 पर रहा।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.66 प्रतिशत की तेजी के साथ 77.77 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 759.49 अंक की बढ़त के साथ 73,327.94 अंक पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने सोमवार को 1,085.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, घरेलू वृहद आर्थिक मोर्चे पर, खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में चार महीने के उच्चतम स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि नवंबर में औद्योगिक उत्पादन आठ महीने के निचले स्तर 2.4 प्रतिशत पर आ गया।

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