जरुरी जानकारी | अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया सात पैसे गिरकर 74.15 पर

मुंबई, नौ नवंबर उतार चढ़ाव भरे कारोबार में अमेरिकी डालर के मुकाबले सोमवार को रुपया सात पैसे घटकर 74.15 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ। अन्य एशियाई बाजारों में भी डालर के मुकाबले गिरावट रही।

रुपये ने अपनी शुरुआती बढ़त को कारोबार समाप्त होने तक गंवा दिया। कच्चे तेल के ऊंचे दामों ने भारतीय मुद्रा पर दबाव बना दिया।

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अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरुआत में भाव 73.95 रुपये प्रति डालर पर मजबूत खुला। कारोबार आगे बढ़ने के साथ यह और मजबूत होकर 73.83 तक पहुंच गया। लेकिन समाप्ति तक रुपये की यह मजबूती बरकरार नहीं रह सकी और अंत में विनिमय दर 74.15 रुपये प्रति डालर रही। पिछले दिन के मुकाबले यह भाव सात पैसे नीचे रहा।

इससे पिछले कारोबार सत्र शुक्रवार को रुपया 28 पैसे मजबूत होकर 74.08 प्रति डालर पर बंद हुआ था।

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विदेशी मुद्रा डीलरों का कहना है कि इक्विटी बाजार में रिकार्ड खरीदारी के बावजूद रुपये में गिरावट रही। अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से एशिया और अन्य बाजारों में विदेशी मुद्रा बाजार में धारणा प्रतिकूल हो गई।

अमेरिकी डालर की दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष मजबूती को आंकने वाला डालर सूचकांक 0.14 प्रतिशत बढ़कर 92.35 अंक पर पहुंच गया।

वहीं ब्रेंट कच्चे तेल का वायदा 2.15 प्रतिशत बढ़कर 40.30 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

रिलायंस सिक्युरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अयर ने कहा कि घरेलू बाजार में प्रवाह बढ़ने और कमजोर डालर से अगले कुछ दिन के दौरान रुपये में हल्की मजबूती आ सकती है। रुपये की मजबूती को सीमित रखने के पीछे केवल यही तथ्य हो सकता है कि रिजर्व बैंक बाजार में विदशी पूंजी प्रवाह को समेटने के लिये उतरता है कि नहीं।

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