देश की खबरें | द्वारका के जिस घर में आग लगी उसके लोहे के दरवाजे के कारण बचाव अभियान में देरी हुईः अधिकारी

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. राष्ट्रीय राजधानी में द्वारका इलाके के एक घर में मंगलवार को लगी आग के बाद दमकलकर्मियों को अंदर से बंद लोहे का दरवाजा तोड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी व इससे बचाव अभियान में देरी हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

नयी दिल्ली, 25 जून राष्ट्रीय राजधानी में द्वारका इलाके के एक घर में मंगलवार को लगी आग के बाद दमकलकर्मियों को अंदर से बंद लोहे का दरवाजा तोड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी व इससे बचाव अभियान में देरी हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि अग्निशमनकर्मियों को घर में प्रवेश करने के लिए लोहे का दरवाजा काटना पड़ा, जो अंदर से बंद था। दमकल कर्मियों ने परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला तथा उनमें से चार को अस्पताल पहुंचाया गया, हालांकि किसी को भी जीवित बचाया नहीं जा सका।

दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के द्वारका में प्रेम नगर इलाके के एक मकान में आग लग जाने से एक परिवार के चार सदस्यों की दम घुटने के कारण मौत हो गई।

अधिकारी ने बताया कि विभाग को सोमवार देर रात करीब साढ़े तीन बजे आग लगने की सूचना मिली जिसके बाद दो दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।

पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान हीरा सिंह कक्कड़ (48), उनकी पत्नी नीतू (40) और उनके बेटों रॉबिन (22) और लक्ष्य (21) के रूप में की गई है।

उन्होंने कहा कि कक्कड की माता सीता देवी प्रथम तल पर सो रही थीं और उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ।

पड़ोसियों ने बताया कि रोबिन दिव्यांग था।

डीएफएस के अधिकारी ने बताया कि आग दो मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर एक इन्वर्टर में लगी जो पास रखे सोफे तक फैल गई।

अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारण दम घुटने से चार लोगों की मौत हो गई।

पुलिस और दिल्ली अग्निशमन सेवा कर्मियों ने कहा कि बचाव अभियान में देरी हुई क्योंकि मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था और उसे तोड़ना पड़ा।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘आग की सूचना मिलने के बाद छावला पुलिस थाने से हमारी टीम मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने पाया कि लोहे का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था।’’

अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन कर्मियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया और घायलों को बाहर निकाला गया।

नीतू के भतीजे हरीश चोपड़ा ने कहा, ‘‘हमें सुबह करीब चार बजे आग की सूचना मिली और हम घर की ओर दौड़े।’’

चोपड़ा ने ‘पीटीआई-’ से बात करते हुए कहा, ‘‘मुझे अग्निशमन कर्मियों से पता चला कि मेरी चाची बेटे लक्ष्य के साथ बाथरूम की ओर भागीं और अपनी जान बचाने के लिए गीले तौलिये से अपना चेहरा ढक लिया।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\