नयी दिल्ली, 23 मई रिलायंस इंडस्ट्रीज की इकाई रिलायंस रिटेल ने जियो मार्ट से 700 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। उद्योग से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ईशा अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल ने जर्मनी की खुदरा कंपनी मेट्रो एजी के भारतीय थोक कारोबार इकाई के 2,700 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के बाद उसके एकीकरण में जुटी है।
सूत्रों के अनुसार, इस अधिग्रहण के बाद मेट्रो के कर्मचारियों को रिलायंस रिटेल में स्थानातंरित किया गया है। इससे एक ही तरह के कार्यों के लिये अधिक लोग हो गये हैं। इसके कारण कर्मचारियों को हटाया गया है।
उन्होंने कहा कि 700 से अधिक कर्मचारियों को हटाया गया है।
सूत्रों ने कहा कि रिलायंस रिटेल ने अपने खुदरा कारोबार की अन्य इकाइयों के कर्मचारियों की भूमिका की समीक्षा भी शुरू कर दी है। इसके तहत सैकड़ों कर्मचारियों को प्रदर्शन सुधार योजनाओं के अंतर्गत रखा गया है।
इसके अलावा, कंपनी ने ‘सेल्स टीम’ में कई लोगों को मासिक वेतन पर नियमित रोजगार से कमीशन-आधारित मॉडल पर जाने के लिये कहा है।
सूत्रों ने कहा कि इन कर्मचारियों को बिक्री के मामले में प्रदर्शन के आधार पर पारितोषिक मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यह कामकाज की मूल्यांकन प्रक्रिया का हिस्सा है, जो हर साल होता है।
इस बारे में रिलायंस रिटेल को प्रश्न भेजकर जवाब मांगे गये, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।
रिलायंस रिटेल में करीब चार लाख कर्मचारी हैं। इसमें मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के कर्मचारी शामिल हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)