जरुरी जानकारी | अप्रत्याशित लाभ पर कर के कारण दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का लाभ स्थिर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 13,656 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 13,656 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
हाल में अप्रत्याशित लाभ पर लगाये गये कर और कम रिफाइनिंग मार्जिन का कंपनी के तेल कारोबार से होने वाली कमाई पर असर पड़ा है।
रिलायंस ने शुक्रवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में जानकारी देते बताया कि कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 13,656 करोड़ रुपये रहा।
इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में कंपनी ने 13,680 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
तेल से लेकर दूरसंचार क्षेत्र में कारोबार करने वाली कंपनी का शुद्ध लाभ पिछली तिमाही की तुलना में 24 प्रतिशत घटा है। पिछली तिमाही में कंपनी का लाभ 17,955 करोड़ रुपये था।
इसका मुख्य कारण कंपनी के मुख्य कारोबार ओ2सी (ऑयल टू केमिकल) की कमाई का नये कर से प्रभावित होना है। सरकार ने एक जुलाई से डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन के निर्यात पर नया कर लगाया।
सरकार ने निर्यात कर के अलावा घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर होने वाले लाभ को लेकर भी कर लगाया। इसका मकसद यूक्रेन युद्ध के कारण तेल के दाम में तेजी से होने वाले लाभ में से हिस्सा लेना था।
खुदरा और दूरसंचार कारोबार में अच्छी कमाई से समूह को दूसरी तिमाही में लाभ को बनाये रखने में मदद मिली।
सरकार ने यूक्रेन में युद्ध के बाद वैश्विक ऊर्जा कीमतों में उछाल से होने वाले लाभ को दूर करने के लिए घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल के साथ-साथ ईंधन के निर्यात पर कर लगा दिया था।
यदि अप्रत्याशित लाभ कर नहीं लगाया गया होता तो कंपनी का शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत से अधिक होता।
बीती तिमाही में अप्रत्याशित लाभ कर से कंपनी को 4,039 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इससे कंपनी के ओ2सी (ऑयल टू केमिकल) कारोबार से कर पूर्व आय लगभग छह प्रतिशत घटकर 11,968 करोड़ रुपये रह गई।
बयान के अनुसार समूह की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 27 प्रतिशत बढ़कर 4,729 करोड़ रुपये और खुदरा कारोबार से कर पूर्व आय 51 प्रतिशत बढ़कर 4,404 करोड़ रुपये हो गई।
साथ ही तेल और गैस उत्पादन से समूह का राजस्व तीन गुना बढ़कर 3,171 करोड़ रुपये हो गया। इससे समूह को अप्रत्याशित लाभ कर से हुए नुकसान को दूर करने में मदद मिली है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत कर पूर्व कमाई (ईबीआईटीडीए) अप्रत्याशित लाभ कर के प्रभाव को शामिल किए बिना आलोच्य तिमाही में 38,702 करोड़ रुपये रही। वहीं, नए कर के बाद यह 34,663 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी की आय सितंबर तिमाही में 32.4 प्रतिशत बढ़कर 253,497 करोड़ रुपये हो गई। कर पूर्व कमाई में सालाना आधार पर 14.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश डी अंबानी ने कहा कि पिछली तिमाही में कंपनी के उपभोक्ता व्यवसायों में रिकॉर्ड प्रदर्शन देखा गया है। यह हर तिमाही नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने डिजिटल सेवा कारोबार में लगातार शुद्ध ग्राहक जोड़े और उच्च मांग देखी। जियो ने एकल आधार पर अपनी 5जी सेवाओं के लिए बीटा परीक्षण की घोषणा की है। कंपनी पूरे देश में इसे शीघ्रता से क्रियान्वित करने के लिये तेजी से प्रगति कर रही है।’’
अंबानी ने कहा कि खुदरा कारोबार ने ग्राहकों की संख्या, स्टोर जोड़ने और डिजिटल एकीकरण में एक मजबूत पुनरुद्धार के साथ रिकॉर्ड प्रदर्शन किया है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)