
चिक्कबल्लापुर, 11 जून कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को एक बार फिर कहा कि चार जून को विधान सौध के सामने आरसीबी टीम का सम्मान समारोह राज्य सरकार द्वारा आयोजित नहीं किया गया था।
मुख्यमंत्री ने साथ ही स्पष्ट किया कि उन्होंने राज्यपाल थावरचंद गहलोत को इस कार्यक्रम के लिए बुलाया था।
उन्होंने कहा कि विधान सौध की भव्य सीढ़ियों पर यह कार्यक्रम कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु द्वारा आयोजित किया गया था।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘चार जून को कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और आरसीबी ने खिलाड़ियों के लिए सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया। मुझे उस दिन पूर्वाह्न 11 बजकर 29 मिनट पर निमंत्रण मिला और मैंने उसे स्वीकार कर लिया। मुख्य सचिव ने भी मुझे बुलाया था। राज्यपाल भी कार्यक्रम में आए थे। मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि राज्यपाल स्वेच्छा से कार्यक्रम में आए थे। यह सही नहीं है।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के. गोविंदराज ने राजभवन फोन करके मुझे बताया कि राज्यपाल भी आ रहे हैं। मैंने राज्यपाल से बात की और उन्हें बताया कि मैं सम्मान समारोह में जा रहा हूं। आप भी आ जाइए। मैंने उन्हें फोन किया।’’
सिद्धरमैया ने राज्यपाल के आरसीबी के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘‘इसलिए राज्यपाल महोदय भी आरसीबी के सम्मान समारोह में आए, जो बारिश के कारण 20 मिनट में ही समाप्त हो गया और उसके बाद हम दोनों चले गए। ऐसा ही हुआ। अखबारों और टीवी चैनलों ने बताया कि राज्यपाल महोदय को किसी ने आमंत्रित नहीं किया था और वे स्वयं ही आए थे, इसलिए मैं यह स्पष्टीकरण दे रहा हूं।’’
क्या राज्यपाल को बुलाने से पहले उन्हें कोई आधिकारिक निमंत्रण दिया गया था, और यदि हां तो किसने दिया था, इस सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उन्हें किसने बुलाया था या नहीं। मैंने उन्हें (राज्यपाल) फोन किया था क्योंकि मैं कार्यक्रम में शामिल हो रहा था।’’
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास चार जून को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 56 अन्य लोग घायल हो गए थे। इस दौरान हजारों की संख्या में प्रशंसक रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल में पहली खिताबी जीत के जश्न में भाग लेने के लिए पहुंचे थे।
भगदड़ पीड़ितों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजन को 25 लाख रुपये प्रदान किए गए हैं और इस पर मंत्रिमंडल की बैठक में विचार किया जाएगा।
भगदड़ के सिलसिले में उनके इस्तीफे की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा विरोध प्रदर्शन की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल राजनीति कर रहा है।
सिद्धरमैया ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘वे राजनीति करेंगे। भाजपा झूठ बोलती है, लोगों को गुमराह करती है और फिर इस्तीफा मांगती है। कुंभ मेले के दौरान भगदड़ में 40-50 लोग मारे गए थे। क्या तब उन्होंने इस्तीफा मांगा था? उद्घाटन के दिन पुल गिर गया, लोग मारे गए। क्या उन्होंने प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा था? गोधरा कांड में कितने लोग मारे गए थे। उस समय गुजरात में मुख्यमंत्री कौन था? कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति के बिना लोगों की मौत हो गई। क्या तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस्तीफा दिया था।’’
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