देश की खबरें | राहुल मामले का संबंध अडाणी प्रकरण से नहीं : रविशंकर प्रसाद

पटना, 25 मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को उन आरोपों को खारिज कर दिया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा से इसलिए अयोग्य ठहराया गया, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडाणी मुद्दे पर उनके सवालों से ‘डरे’ हुए हैं।

दिल्ली में गांधी के संवाददाता सम्मेलन के ठीक बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रसाद ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने के लिये गुजरात की एक अदालत द्वारा गांधी की दोषसिद्धि के खिलाफ फैसले पर तत्काल रोक लगवाने के लिए कदम नहीं उठाया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘प्रियंका गांधी वाद्रा का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने कानूनी विशेषज्ञों को सेवा में नहीं लगाया। पवन खेड़ा के मामले में जो तत्परता दिखाई गई थी, इस मामले में उनकी विफलता से क्या समझा सकता है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां अडाणी के बारे में बताने के लिए नहीं हैं। लेकिन गांधी ने अपनी अयोग्यता को अडाणी से जोड़ने के लिए लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है। 2019 में राहुल गांधी द्वारा की गई मानहानिकारक टिप्पणी से संबंधित एक मामले में सजा के कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है।’’

लोकसभा में पटना साहिब का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रसाद ने कहा कि जब केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सत्ता में था, तो अडाणी समूह अनुबंध हासिल करता था और राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में कारोबार कर रहा है।

उन्होंने गांधी के इस आरोप को खारिज कर दिया कि संसद के अंदर अडाणी पर उनके भाषण ने मोदी नीत सरकार को परेशान कर दिया था। प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता का भाषण निराधार और असंगत था।

प्रसाद ने गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उन्होंने जानबूझकर मानहानिकारक टिप्पणी की थी। उनकी यह आदत है। वह मानहानि के कम से कम और सात मामलों का सामना कर रहे हैं, इनमें से एक सुशील कुमार मोदी (बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री) द्वारा दर्ज कराया गया मामला भी है। ’’

‘राजनीतिक प्रतिशोध’ के आरोप को खारिज करते हुए, भाजपा नेता ने कहा कि ‘‘अब तक कई नेताओं को अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने पर अयोग्य घोषित किया गया है। उनमें से कुछ भाजपा के हैं।’’

पेशे से वकील प्रसाद ने उन तर्कों को भी खारिज कर दिया कि गुजरात की अदालत ने राज्य के बाहर टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता को दोषी ठहराया। प्रसाद ने कहा, ‘‘मोदी उपनाम के बारे में गांधी की टिप्पणी से पूर्णेश मोदी (याचिका दायर करने वाले भाजपा विधायक) स्वाभाविक रूप से आहत हुए होंगे। अगर उन्होंने मेरे सरनेम के बारे में कुछ ऐसा ही कहा होता, तो मुझे भी ऐसा ही लगता।’’

प्रसाद ने कहा, ‘‘विपक्षी नेता के रूप में गांधी को आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन किसी को अपशब्द कहने का नहीं। उनकी टिप्पणी वास्तव में आलोचनात्मक नहीं अपमानजनक थी। उनकी टिप्पणी ने ओबीसी को बदनाम किया, एक सामाजिक समूह जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित हैं। ओबीसी के इस अपमान को भाजपा बहुत गंभीरता से लेने जा रही है और देशव्यापी प्रदर्शन शुरू करने जा रही है।’’

प्रसाद ने यह भी कहा कि दोषसिद्धि के खिलाफ तुरंत रोक लगाने की कांग्रेस की विफलता ‘‘इस बात का संकेत हो सकती है कि उस पार्टी में गुटीय राजनीति हावी है। उनमें कई लोगों का मानना हो सकता है कि इस तरह से राहुल गांधी से छुटकारा पाया जाए।’’

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