पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पुन: शुरू
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने एक बयान में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारियों को इस बात की सूचना दे दी गयी है। लखनऊ शहर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में ठेकेदार, पीआईयू के दफ्तर खुल चुके हैं तथा निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हुए कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 10,000 हैं, जिसमें से वर्तमान में 4,835 मजदूर इस समय 8 पैकेजों में मौजूद हैं।
लखनऊ, 21 अप्रैल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य सोमवार 20 अप्रैल से पुनः शुरू कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने एक बयान में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारियों को इस बात की सूचना दे दी गयी है। लखनऊ शहर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में ठेकेदार, पीआईयू के दफ्तर खुल चुके हैं तथा निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हुए कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 10,000 हैं, जिसमें से वर्तमान में 4,835 मजदूर इस समय 8 पैकेजों में मौजूद हैं।
अवस्थी ने बताया कि सभी ठेकेदारों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा उनके बीच दूरी बनाये रखने के नियम का पालन कराना सुनिश्चित करें। लॉकडाउन से पूर्व 42 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया था। अब शेष कार्य को त्वरित गति से पूर्ण कराया जाएगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731 लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (ग्राम-चाँदसराय) से प्रारम्भ होकर जनपद-बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए जनपद-गाजीपुर (ग्राम-हैदरिया) में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर समाप्त होता है। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लम्बाई 340.824 किलोमीटर है।
इसके साथ ही, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के सभी 6 पैकेजों में से तीन पैकेजों में निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जो कि क्रमशः पैकेज-1 (चित्रकूट, बांदा), पैकेज-3 (हमीरपुर), पैकेज-6 (औरैया, इटावा) है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हुए कुल मजदूरों की संख्या औसत रूप से 6,000 है, जिसमें से 2,150 मजदूर वर्तमान में मौजूद हैं, जिनके माध्यम से कार्य कराया जाना है। सभी जिलों में कांट्रैक्टर, पीआईयू व अथॉरिटी इंजीनियर के दफ्तर भी खुल चुके हैं तथा निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे जनपद चित्रकूट में भरतकूप के पास से प्रारम्भ होकर जनपद बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन, औरैया होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-91 (इटावा, बेवर मार्ग) से लगभग 16 किलोमीटर पूर्व कुदरैल गांव के पास समाप्त होगा। यह एक्सप्रेस-वे 04-लेन चौड़ा (06 लेन में विस्तारणीय) होगा। इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 296.07 किलोमीटर है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। इस एक्सप्रेस-वे के पैकेज-1 (गोरखपुर और संतकबीरनगर) में निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। इन जिलों में कांट्रेक्टर, पीआईयू व अथॉरिटी इंजीनियर के दफ्तर भी खुल चुके हैं। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए कुल 488 मजदूर मौके पर उपलब्ध हैं, जिनके माध्यम से निर्माण कार्य की शुरुआत की गयी है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर बाईपास (एनएच-27) ग्राम-जैतपुर के पास से प्रारम्भ होकर जनपद-गोरखपुर, संतकबीरनगर, अम्बेडकरनगर होते हुए जनपद आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चैनेज 190855 पर समाप्त होगा। यह एक्सप्रेस-वे 04 लेन चौड़ा (06 लेन में विस्तारणीय) होगा। इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 91.35 किलोमीटर है।
जफर .
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