देश की खबरें | पंजाब : अकाल तख्त के समक्ष पेश होंगे शिअद प्रमुख सुखबीर बादल
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. अकाल तख्त के जत्थेदार द्वारा सुखबीर सिंह बादल को बागी अकाली नेताओं के आरोपों पर स्पष्टीकरण के लिए तलब किये जाने के एक दिन बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि वह एक धर्मनिष्ठ सिख के तौर पर सिखों के सर्वोच्च धार्मिक निकाय के समक्ष पेश होंगे। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोमवार को बादल को अकाल तख्त के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर बागी नेताओं के आरोपों पर लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा था कि "वह पंथ की भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।"
चंडीगढ़, 16 जुलाई अकाल तख्त के जत्थेदार द्वारा सुखबीर सिंह बादल को बागी अकाली नेताओं के आरोपों पर स्पष्टीकरण के लिए तलब किये जाने के एक दिन बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि वह एक धर्मनिष्ठ सिख के तौर पर सिखों के सर्वोच्च धार्मिक निकाय के समक्ष पेश होंगे। जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोमवार को बादल को अकाल तख्त के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर बागी नेताओं के आरोपों पर लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा था कि "वह पंथ की भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।"
बागी शिअद नेता एक जुलाई को अकाल तख्त के जत्थेदार के समक्ष उपस्थित हुए और 2007 से 2017 के बीच राज्य में शिअद सरकार के दौरान की गई ‘गलतियों’ के लिए माफी मांगी थी।
जत्थेदार ने बादल से 15 दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा था।
शिअद अध्यक्ष बादल ने मंगलवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “एक धर्मनिष्ठ सिख होने के नाते मैं श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज और श्री अकाल तख्त साहिब के प्रति समर्पित हूं।”
बादल ने कहा कि अकाल तख्त के आदेश के अनुसार, वह पूरी श्रद्धा और विनम्रता के साथ अकाल तख्त के समक्ष उपस्थित होंगे।
जत्थेदार ने सोमवार को अमृतसर में पांच सिख उच्च ग्रंथियों की बैठक के बाद एक बयान जारी किया था।
बयान के मुताबिक, “अकाली दल के कुछ वरिष्ठ नेताओं से अकाल तख्त साहिब को मिली शिकायत के अनुसार, शिअद के अध्यक्ष ने पंथ की भावनाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते। इसलिए शिअद अध्यक्ष को 15 दिनों के भीतर आरोपों पर लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए व्यक्तिगत रूप से अकाल तख्त साहिब के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।”
अकाल तख्त ने बयान में कहा था, “ विज्ञापनों पर 90 लाख रुपये खर्च करने के कुछ अकाली नेताओं द्वारा लगाये गये आरोपों के संबंध में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।”
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