दिल्ली के स्कूलों में किए गए विकास कार्यों पर गर्व है: मनीष सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Photo : ANI)

नयी दिल्ली, 6 सितंबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा राष्ट्रीय राजधानी के शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के लगाए जा रहे आरोपों के बीच दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को कहा कि उन्हें यहां के स्कूलों में कराए गए विकास कार्य पर गर्व है. दिल्ली के शिक्षामंत्री की भी जिम्मेदारी निभा रहे सिसोदिया ने यहां शिक्षक दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि वह शिक्षा क्षेत्र में बेहतरी के लिए काम करना जारी रखेंगे भले उन्हें सूली पर चढ़ा दिया जाए या जेल भेज दिया जाए. उन्होंने कहा, ‘‘आपने शिकायत की है कि हमने अधिक कमरे बना कर दिए हैं. हमें गर्व है कि हमने अधिक कमरे बनाए हैं.

आपने शिकायत की कि क्यों अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया, हमें गर्व है कि हमने अधिक शौचालय बनाए हैं. आप पूछते हैं कि क्यों इन बच्चों को शिक्षा के लिये इतनी सुविधाएं दी जा रही हैं, हमें गर्व है कि हमने उन्हें ये सुविधाएं दीं.’’ आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, ‘‘अगर आप इसके लिए हमें सूली पर चढ़ाना चाहते हैं, तो चढ़ा दीजिए. अगर आप हमें जेल में डालना चाहते हैं, तो हमें कैद कर लीजिए. आपने सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को मेरे घर भेजा, उसे दोबारा भेजें, मैं भयभीत नहीं हूं.’’ गौरतलब है कि भाजपा ने शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा है कि दिल्ली सरकार ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के दिशानिर्देशों को नजरअंदाज कर मौजूदा स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण के लिए बजट में वृद्धि की. यह भी पढ़ें : दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे नीतीश कुमार

भाजपा ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग को वर्ष 2020 की भेजी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि निर्माण बजट में मूल निविदा राशि से 326 करोड़ रुपये (मूल बजट से 53 प्रतिशत अधिक) अधिक की वृद्धि बिना नयी निविदा प्रक्रिया के की गई. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार ने शौचालयों की गिनती भी कक्षा के तौर पर की है. पार्टी ने कहा कि ‘आप’ का शिक्षा मॉडल वास्तव में ‘‘वसूली मॉडल’’ है.