प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को 'सशक्त नारी-विकसित भारत' कार्यक्रम में भाग लेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को राजधानी दिल्ली में 'सशक्त नारी-विकसित भारत' कार्यक्रम में भाग लेंगे और इस दौरान 1,000 ‘नमो ड्रोन दीदियों’ को ड्रोन सौंपेंगे तथा स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को रियायती ब्याज दर पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का बैंक ऋण भी वितरित करेंगे.
नयी दिल्ली, 10 मार्च : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को राजधानी दिल्ली में 'सशक्त नारी-विकसित भारत' कार्यक्रम में भाग लेंगे और इस दौरान 1,000 ‘नमो ड्रोन दीदियों’ को ड्रोन सौंपेंगे तथा स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को रियायती ब्याज दर पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का बैंक ऋण भी वितरित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक बयान में यह जानकारी दी. उसके मुताबिक प्रधानमंत्री स्वयं सहायता समूहों को लगभग 2,000 करोड़ रुपये का पूंजीकरण सहायता कोष भी वितरित करेंगे.
पीएमओ ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 मार्च को सुबह 10 बजे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली में ‘सशक्त नारी-विकसित भारत’ कार्यक्रम में भाग लेंगे और ‘नमो ड्रोन दीदियों’ द्वारा आयोजित कृषि ड्रोन प्रदर्शन के साक्षी बनेंगे."
देश भर के 11 अलग-अलग स्थानों से ‘नमो ड्रोन दीदी’ भी एक साथ ड्रोन प्रदर्शन में भाग लेंगी. कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 1,000 ‘नमो ड्रोन दीदियों’ को ड्रोन भी सौंपेंगे. पीएमओ ने कहा कि ‘नमो ड्रोन दीदी’ और ‘लखपति दीदी’ पहल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के बीच आर्थिक सशक्तीकरण और वित्तीय स्वायत्तता को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का अभिन्न अंग है. यह भी पढ़ें : Seven fishermen from Tamil Nadu Arrested: श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के सात मछुआरों को किया गिरफ्तार
उसने कहा, "इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री लखपति दीदियों को सम्मानित करेंगे, जिन्होंने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से सफलता हासिल की है और स्वयं सहायता समूह के अन्य सदस्यों को उनके उत्थान के लिए समर्थन और प्रेरित कर रही हैं." प्रधानमंत्री प्रत्येक जिले में बैंकों द्वारा स्थापित बैंक लिंकेज शिविरों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को रियायती ब्याज दर पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का बैंक ऋण भी वितरित करेंगे. पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वयं सहायता समूहों को लगभग 2,000 करोड़ रुपये का पूंजीकरण सहायता कोष भी वितरित करेंगे.