तिरुवनंतपुरम, 18 मई राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 26 मई को यहां विधानसभा परिसर में दो दिवसीय राष्ट्रीय महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन-2022 का उद्घाटन करेंगे। इसका आयोजन केरल विधानसभा की ओर से किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किया जा रहा है और इसमें संसद के दोनों सदनों समेत विभिन्न विधानसभाओं और विधान परिषदों की महिला सदस्य शामिल होंगी।
यहां एक प्रेस वार्ता में कार्यक्रम का ऐलान करते हुए विधानसभा अध्यक्ष एमबी राजेश ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों में महिला मंत्रियों के अलावा, विधानसभा की महिला अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विधायक और सांसद कार्यक्रम में शामिल होंगी।
उन्होंने बताया कि यह देश में पहली बार है जब महिला प्रतिनिधियों का राष्ट्रीय स्तर पर इतन वृहद सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
दो दिवसीय सम्मेलन में महिलाओं के अधिकार, लैंगिक समानता, निर्णय लेने वाली संस्थाओं में महिलाओं के पर्याप्त प्रतिनिधित्व पर केंद्रित विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा ‘संविधान और महिला अधिकार’ सत्र को गुजरात विधानसभा की अध्यक्ष नीमाबेन आचार्य, लोकसभा सदस्य कनिमोझी, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार और राज्यसभा की पूर्व सदस्य वृंदा करात संबोधित करेंगी।
‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भूमिका’ पर चर्चा करने वाले सत्र के पैनल में सांसद सुप्रिया सुले और जेबी माथेर और पूर्व सांसद सुभाषिनी अली शामिल रहेंगी जबकि पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा, सांसद जया बच्चन, दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष राखी बिड़ला और केरल उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति अनु शिवरामन "महिला अधिकार और विधि अंतराल" सत्र में वक्ता होंगी।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी, तेलंगाना में एमएलसी कविता कल्वकुंतला और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडिया वूमन की महासचिव एनी राजा अंतिम दिन "निर्णय लेने वाले निकायों में महिलाओं का कम प्रतिनिधित्व" सत्र में अपने विचार साझा करेंगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 27 मई को समापन सत्र का उद्घाटन करेंगे, जिसमें राज्य के देवस्वम और संसदीय कार्य मंत्री के राधाकृष्णन मुख्य भाषण देंगे।
देश की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ मनाया जा रहा है।
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