राष्ट्रपति ने नागरिकों को आंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश दिया
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार आंबेडकर की जयंती की पूर्वसंध्या पर देशवासियों को बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने लोगों से कोविड-19 के मद्देनजर ‘सामाजिक दूरी’ बनाकर रखते हुए तथा घरों में रहते हुए आंबेडकर जयंती मनाने को कहा।
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को देश के नागरिकों से संविधान के रचनाकार डॉ बी आर आंबेडकर की सीखों को आत्मसात करने और एक मजबूत तथा समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान देने को कहा।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार आंबेडकर की जयंती की पूर्वसंध्या पर देशवासियों को बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने लोगों से कोविड-19 के मद्देनजर ‘सामाजिक दूरी’ बनाकर रखते हुए तथा घरों में रहते हुए आंबेडकर जयंती मनाने को कहा।
कोविंद ने कहा कि समाज सुधारक, शिक्षाविद, न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनेता और कानूनी विशेषज्ञ के रूप में आंबेडकर देश तथा समाज के भले के लिए लगातार प्रयत्नशील रहे।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि आंबेडकर ने ऐसे समाज की कल्पना की थी जहां सामाजिक सौहार्द और समानता हो।
उन्होंने कहा, ‘‘इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज और राष्ट्र के प्रति समर्पित कर दिया।’’
कोविंद ने कहा कि आंबेडकर ने भारत को एक ऐसा प्रगतिशील और समावेशी संविधान दिया जो पिछले कई दशकों से देश के लोकतंत्र में नागरिकों के विश्वास को मजबूत और गहरा करता आ रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘आंबेडकर जयंती के अवसर हम डॉ आंबेडकर के महान कद, संघर्ष और मूल्यों से प्रेरणों लें, उनकी सीखों तथा आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लें तथा एक मजबूत और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान दें।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)