नई दिल्ली, 16 जून: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए दिल्ली में 5000 युवकों को स्वास्थ्य सहायकों के तौर पर प्रशिक्षित करेगी. केजरीवाल ने कहा कि स्वास्थ्य सहायकों या सामुदायिक नर्सिंग सहायकों को ‘नर्सिंग’ और स्वास्थ्य रक्षा में दो सप्ताह का बुनियादी प्रशिक्षण दिया जाएगा. 28 जून को 500 लोगों के पहले जत्थे के साथ यह प्रशिक्षिण शुरू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि इस कदम से कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर तैयारियों को मजबूती मिलेगी. हमारा उद्देश्य ब्रिटेन सहित दुनिया के अनुभवों से सीखना हैं जहां पर तीसरी लहर आई है और पूरी तरह से तैयार होना है.’’
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वालों को 12वीं पास होना चाहिए और उनकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए. प्रशिक्षण के लिए आवेदन 17 जून से ‘‘पहले आओ, पहले पाओ’’ के आधार पर स्वीकार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि महामारी की तीसरी लहर के दौरान जब भी उनकी सेवाओं की आवश्यकता होगी, स्वास्थ्य सहायकों को बुलाया जाएगा. जितने दिन वे काम करेंगे, उनके हिसाब से उन्हें भुगतान किया जाएगा.
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केजरीवाल ने कहा कि उन्हें नर्सिंग, पैरामेडिकल, जीवनरक्षक उपाय, घर पर प्राथमिक उपचार, नमूना एकत्र करने का तरीका, ऑक्सीजन सांद्रक और सिलेंडर के इस्तेमाल और इसी तरह के काम के लिए मूलभूत प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कदम कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान चिकित्सा कर्मियों की कमी के मद्देनजर उठाया गया है. चुने गए उम्मीदवारों को इंद्रपस्थ विश्वविद्यालय और दिल्ली के नौ चिकित्सा संस्थान प्रशिक्षित करेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले ही कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं और ऑक्सीजन संयंत्र, ऑक्सीजन सांद्रक, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजर टैंक आदि की व्यवस्था कर रही है.
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