नयी दिल्ली, छह जून लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने मंगलवार को कहा कि जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि संविधान का अक्षरश: पालन हो और गरीबों की मदद हो।
उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि मुंबई में 15-17 जून को होने वाली ‘नेशनल लेजिसलेटर्स कॉन्फ्रेंस’ नेताओं के लिए एक मंच प्रदान करेगी, जहां वे दलगत भावना से ऊपर उठकर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
इस सम्मेलन में 2,000 से अधिक विधायकों और विधान परिषद् सदस्यों के भाग लेने की संभावना है।
मीरा कुमार ने इस सम्मेलन से पहले यहां कहा, ‘‘यह एक अनोखी पहल है, जहां जन प्रतिनिधियों को दलगत भावना से ऊपर उठकर मुद्दों पर चर्चा करने का मौका मिलेगा।’’
पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर बनाई जाने वाली नीतियों की तुलना की जा सकेगी।
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस सम्मेलन में जन प्रतिनिधि विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)