नफ़रत, जुमलों और ध्यान भटकाने की राजनीति के ख़िलाफ़ वोट करे जनता: मल्लिकार्जुन खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान आरंभ होने के बाद शनिवार को लोगों का आह्वान किया कि वे एकता, न्याय और रोज़मर्रा के ज़रूरी मुद्दों पर तथा नफ़रत, जुमलों और ध्यान भटकाने की राजनीति के ख़िलाफ़ वोट करें.

Credit- ( ANI, Twitter X )

नयी दिल्ली, 25 मई : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान आरंभ होने के बाद शनिवार को लोगों का आह्वान किया कि वे एकता, न्याय और रोज़मर्रा के ज़रूरी मुद्दों पर तथा नफ़रत, जुमलों और ध्यान भटकाने की राजनीति के ख़िलाफ़ वोट करें. खरगे ने यह दावा भी किया की पांच चरणों के मतदान के बाद "तानाशाह" की कुर्सी डगमगा रही है इसलिए बौखलाहट के स्वर चरम पर हैं.

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आज 58 सीट पर मतदान हो रहा है. खरगे ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "मेरे प्रिय देशवासियों, लोकतंत्र और संविधान को सुरक्षित करने का ये संघर्ष अपने आख़िरी दो चरणों में आ गया है. आज छठे चरण का मतदान है और वोट ज़रूर देना है. " उन्होंने लोगों से अपील की, "एकता, न्याय और रोज़मर्रा के ज़रूरी मुद्दों पर वोट डालिए. नफ़रत, जुमलों और ध्यान भटकाने की राजनीति के ख़िलाफ़ वोट डालिए. " खरगे ने कहा, "क्या आपको न्याय संगत राजनीति नहीं चाहिये? ऐसी आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा हो जिसमें युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय के तहत हम एक प्रगतिशील व समावेशी भारत का निर्माण करें. अगर चाहिए तो ऐसे भारत के निर्माण के लिए वोट ज़रूर करें..... " यह भी पढ़ें : Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के छठे चरण में यूपी की 14 सीटों पर वोटिंग शुरू, 162 उम्मीदवार मैदान में

उन्होंने कहा, "याद रखिए आज ही का दिन है जब आप सालों से फैली भयावह बेरोज़गारी व बेलगाम महंगाई को हरा पाएंगे. आज ही का दिन है जब आप दलितों, आदिवासियों व पिछड़े वर्गों के आरक्षण को सुरक्षित रख पाएंगे. आज ही का दिन है जब आप लोकतंत्र की शक्ति से तानाशाही की बेलगाम ताक़त को पराजित कर पाएंगे. क्योंकि… अभी नहीं, तो कभी नहीं." उन्होंने पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं का आह्वान किया कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल जरूर करें. खरगे ने दावा किया, "पिछले पांच चरणों से तानाशाह ताक़तों को गहरा धक्का लगा है, कुर्सी डगमगा रही है, बौखलाहट के स्वर चरम पर हैं. ये आपकी वोट की शक्ति है. चार जून से होगी न्याय की शुरुआत, भारत ने ठाना है - हाथ बदलेगा हालात."

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