Omar Abdullah Oath Ceremony: उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा जल्द बहाल किए जाने की उम्मीद
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर लंबे समय तक केंद्र शासित प्रदेश नहीं रहेगा और जल्द ही पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल कर लेगा.
श्रीनगर, 16 अक्टूबर : मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर लंबे समय तक केंद्र शासित प्रदेश नहीं रहेगा और जल्द ही पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल कर लेगा. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से कुछ घंटे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नेता ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा कि सभी मंत्री पद एक साथ नहीं भरे जाएंगे, बल्कि धीरे-धीरे भरे जाएंगे क्योंकि ‘‘हम कांग्रेस और अपनी टीम से भी बातचीत कर रहे हैं.’’ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली जैसे ‘हाफ स्टेट’ (दिल्ली विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश है जहां मुख्यमंत्री के पास समिति शक्तियां है) की सत्ता संभालने के अपने अनुभव को उमर के साथ साझा करने की इच्छा व्यक्त की है जिस पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मुझे बहुत कुछ सीखना है. मैंने छह साल में बहुत कुछ सीखा है, कुछ गलतियां की हैं और अब मैं उन गलतियों को नहीं दोहराना चाहता क्योंकि मूर्ख ही बार-बार वही गलतियां दोहराता है.’’
उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से ऐसा नहीं कर रहा हूं. लेकिन कोई भी व्यक्ति परिपूर्ण नहीं होता इसलिए हर दिन सीखने का अवसर होता है. तो हां, इस देश में सत्ता संभालने का अनुभव रखने वाले हर व्यक्ति से कोई न कोई सीखेगा. लेकिन मैं फिर से अपनी बात रखता हूं. मेरा ईमानदारी से मानना है कि हम लंबे समय तक केंद्र शासित प्रदेश नहीं रहेंगे. इसलिए यह तथाकथित ‘हाफ स्टेट’ अस्थायी चरण है और हम जल्द ही पूर्ण राज्य बन जाएंगे.’’ अब्दुल्ला ने अनुच्छेद-370 को निरस्त करने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला. उन्होंने इससे पहले 2008 से 2014 तक पूर्ववर्ती राज्य की सत्ता संभाली थी. यह भी पढ़ें : Ration Card Rule: राशन कार्ड के नियमों में बड़ा बदलाव! अब दुकानों से नहीं मिलेगा चावल, गरीब लोगों को होगी सबसे ज्यादा परेशानी
जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश के रूप में हमारा दर्जा अस्थायी है. हमें भारत सरकार, खासकर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य से वादा मिला है कि जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और हमें उम्मीद है कि यह जल्द से जल्द होगा.’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की जनता के प्रति जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें लोगों की समस्याओं को दूर करने के वास्ते काम करने के लिए जनादेश मिला है और हम पहले दिन से यही करना चाहते हैं.’’ अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वह आम तौर पर एक सकारात्मक व्यक्ति हैं, इसका यह मतलब नहीं है कि ‘‘मैं आशंकित नहीं हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर है कि मैं नर्वस महसूस कर रहा हूं लेकिन मुझे ईश्वर पर पूरा भरोसा है और वह रास्ता दिखाएंगे तथा मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा.’’