देश की खबरें | राहुल गांधी के भाषण में एक भी शब्द संसदीय परंपराओं के खिलाफ नहीं: डोटासरा

जयपुर, दो जुलाई कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा सदन में दिए गए भाषण में एक भी शब्द संसदीय परंपराओं के खिलाफ नहीं था।

इससे पहले मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता भजनलाल शर्मा ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने लोकसभा में अपने वक्तव्य के दौरान हिंदुओं का अपमान किया।

डोटासरा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के रूप में राहुल गांधी ने लोकसभा में अपनी बात रखने का पूरा प्रयास किया।

डोटासरा ने केंद्रीय गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर राहुल गांधी के भाषण से जनता के महत्वपूर्ण मुद्दों को हटाने का आरोप लगाते हुए कहा कि शाह को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर राहुल गांधी के वक्तव्य में कोई असंसदीय टिप्पणी थी तो लोकसभा अध्यक्ष को उस समय ही अपनी व्यवस्था देनी चाहिए थी।’’

डोटासरा ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘राहुल गांधी के वक्तव्य में एक भी शब्द ऐसा नहीं था जो संसदीय परम्पराओं के अनुकूल न हो, प्रक्रिया एवं नियमों के विरूद्ध हो। राहुल गांधी ने विपक्ष के नेता के तौर पर लोकसभा में अपनी बात रखने का पूरा प्रयास किया।’’

उन्होंने कहा कि चाहे बेरोजगारी हो, महंगाई हो, नीट पेपर लीक हो, अग्निवीर योजना हो, मणिपुर हिंसा हो, नफरत हो या धर्म हो, सभी मुद्दों पर राहुल गांधी ने सदन में देश की जनता की आवाज उठाई।

लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीट घटने पर मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद वह आहत हैं। उन्हें अपनी कुर्सी की भी चिंता है। वह मीडिया को संबोधन में अपनी तरफ से एक भी शब्द नहीं जोड़ पाए और दिल्ली से जो पर्ची आई, उसे पढ़ दिया।’’

कुंज पृथ्वी

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