North Korea Missile Launch: उत्तर कोरिया ने फिर शुरू किया मिसाइल परीक्षण, अमेरिकी गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी दक्षिण कोरिया पहुंची
हिन्दी. दक्षिण कोरिया के अधिकारियों के अनुसार, नियमित अंतराल पर कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी सामरिक हथियारों के प्रदर्शन को बढ़ाने से संबंधित द्विपक्षीय समझौते तथा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों में विस्तार के जवाब में यह तैनाती की गई है और इसी के तहत छह साल में पहली बार यूएसएस मिशिगन दक्षिण कोरिया पहुंची है।
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों के अनुसार, नियमित अंतराल पर कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी सामरिक हथियारों के प्रदर्शन को बढ़ाने से संबंधित द्विपक्षीय समझौते तथा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों में विस्तार के जवाब में यह तैनाती की गई है और इसी के तहत छह साल में पहली बार यूएसएस मिशिगन दक्षिण कोरिया पहुंची है. यह भी पढ़े: North Korea Fired Ballistic Missile: उत्तर कोरिया ने दागी बैलिस्टिक मिसाइल, जापान में बजा इमरजेंसी सायरन
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूएसएस मिशिगन की तैनाती से अमेरिका और दक्षिण कोरिया की नौसेनाएं अपनी विशेष संचालन क्षमताओं तथा उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते परमाणु खतरे से निपटने के लिए संयुक्त क्षमता को बढ़ाने के लिए अभ्यास करेंगी मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी पनडुब्बी दक्षिण पूर्व बंदरगाह बुसान पहुंची लेकिन मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि पनडुब्बी कितने समय तक दक्षिण कोरिया के समुद्री क्षेत्र में वहां रहेगी.
उत्तर कोरिया के पिछले साल से परमाणु परीक्षणों में तेजी के जवाब में दक्षिण कोरिया और अमेरिका सेनाओं ने अपने सैन्य अभ्यास में विस्तार किया है उत्तर कोरिया की दलील है कि उसके विरोधी ने सैन्य अभ्यास बढ़ा दिए हैं जिसके जवाब में उसने भी अपनी परीक्षण गतिविधियों को बढ़ा दिया है उत्तर कोरिया दोनों देशों के इस सैन्य अभ्यास को आक्रमण के उद्देश्य से पूर्वाभ्यास बताता है हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया का अंतिम लक्ष्य अपने हथियारों का आधुनिकीकरण करना और कूटनीति में इसका लाभ उठाना है.
अप्रैल में वाशिंगटन में बैठक के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि अमेरिका ‘‘कोरियाई प्रायद्वीप में नियमित अंतराल पर अपने सामरिक हथियारों के प्रदर्शन’’ को बढ़ाएगा उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने बाइडन-यून की बैठक के दौरान हुए समझौते की निंदा की थी और अपने देश की परमाणु ताकत को और बढ़ाने की धमकी दी थी.
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