निसान मोटर कोडॉट ने स्पष्ट तारीख नहीं बतायी लेकिन मंगलवार को कहा कि उत्पादन ‘‘जल्द’’ ही बंद किया जाएगा। पिछले साल सेंट पीटर्सबर्ग में उसके संयंत्र में 45,000 वाहन बनाए गए।
योकाहामा स्थित निर्माता कंपनी ने कहा कि उसके कर्मचारियों की सुरक्षा उसकी शीर्ष प्राथमिकता है। इससे पहले निसान ने रूस को निर्यात बंद कर दिया था।
इस्लामाबाद :
पाकिस्तान ने यूक्रेन में युद्ध से भागकर आए अपने 300 से अधिक नागरिकों को निकालने के लिए मंगलवार को पोलैंड में एक विमान भेजा। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने बताया कि इनमें से ज्यादातर नागरिक छात्र हैं।
पाकिस्तान ने यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने से इनकार कर दिया है और उसने बातचीत करने तथा संघर्ष विराम का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 24 फरवरी को यूक्रेन में टैंक भेजने से कुछ घंटों पहले क्रेमलिन में रूसी नेता से मुलाकात की थी।
पाकिस्तान यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में पिछले सप्ताह हुए मतदान से दूर रहा था।
लवीव :
रूसी विमानों ने रातभर पूर्वी और मध्य यूक्रेन के शहरों पर बम गिराए। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि राजधानी कीव के उपनगरों में भी गोलाबारी हुई।
क्षेत्रीय नेता दमित्रो झिवित्स्की ने बताया कि रूसी सीमा के समीप कीव के पूर्व में सूमी और ओखतिरका शहरों में रिहायशी इमारतों पर बम गिराए गए और एक परमाणु संयंत्र नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों की मौत हुई है और कुछ घायल भी हुए हैं लेकिन उन्होंने संख्या नहीं बतायी।
कीव के पश्चिम में झितोमिर और पड़ोसी शहर चेर्नियाखीव में तेल डिपो पर भी बम गिराए गए। कीव के उपनगर बुचा में मेयर ने बताया कि भारी गोलाबारी हुई है।
मेयर अनातोल फेदोरुक ने कहा, ‘‘हम भारी हथियारों से दिन-रात हो रही गोलाबारी के कारण शवों को एकत्रित भी नहीं कर पाए। शहर की सड़कों पर कुत्ते शवों को खींच रहे हैं। यह एक दु:स्वप्न है।’’
यूक्रेन की सरकार सूमी, झितोमिर, खारकीव, मारियुपोल और बुचा समेत कीव के उपनगरों से लोगों को सुरक्षित जाने देने के लिए मानवीय गलियारा खोलने की मांग कर रही है।
लवीव :
लवीव के मेयर ने कहा कि पश्चिमी यूक्रेन में यह शहर भोजन और हजारों लोगों को शरण देने के लिए जूझ रहा है जो देश के युद्धग्रस्त क्षेत्रों से भागकर यहां आए हैं। मेयर आंद्रे सदोवी ने कहा, ‘‘हमें वाकई सहयोग की जरूरत है।’’
अपने घरों से विस्थापित हुए 2,00,000 से अधिक यूक्रेनी नागरिक अब लवीव में हैं, जिससे उनके रहने के लिए खेल के सभागार, स्कूल, अस्पताल और गिरजाघर की इमारतें कम पड़ रही हैं। पर्यटकों के बीच लोकप्रिय रहे इस ऐतिहासिक शहर में युद्ध से पहले 7,00,000 लोग रहते थे।
मेयर ने कहा कि शहर को रसोई से लैस बड़े टेंट्स की आवश्यकता है ताकि भोजन पकाया जा सके। अगर रूसी सेना के हमलों वाले शहरों से मानवीय गलियारा खोला जाता है तो हजारों और लोग आ सकते हैं।
अमेरिका और यूरोपीय देशों के दूतावास हमले से पहले कीव से लवीव स्थानांतरित हो गए थे। लवीव पोलैंड की सीमा पार करने वाले लोगों के लिए मुख्य ट्रांजिट केंद्र है। अब विदेश में रह रहे यूक्रेन के 17 लाख से अधिक लोग इस शहर से होकर गुजरे थे।
संयुक्त राष्ट्र ने इस स्थिति को द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट बताया है।
खारकीव :
यूक्रेन के सबसे बड़े शहर खारकीव के आसपास लड़ाई में रूस का एक जनरल मारा गया। रूसी सेना हमला शुरु होने के बाद से ही इस शहर पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी ने यह जानकारी दी।
उसने मृतक जनरल की पहचान मेजर जनरल विताली गेरासिमोव (45) के रूप में की और कहा कि उसने सीरिया और चेचन्या में रूसी सेना के साथ लड़ाई में भाग लिया और 2014 में क्रीमिया पर कब्जा जमाने के दौरान भी लड़ाई का हिस्सा रहे।
अभी स्वतंत्र रूप से जनरल की मौत की पुष्टि नहीं की गयी है। रूस ने इस पर टिप्पणी नहीं की है।
इससे पहले लड़ाई में रूस का एक और जनरल मारा गया था। रूस में स्थानीय अधिकारियों के संगठन ने यूक्रेन में रूस में 7वीं एयरबोर्न डिवीजन के कमांडिंग जनरल मेजर जनरल आंद्रे सुखोवेत्स्की की मौत की पुष्टि की थी।
सुखोवेत्स्की ने सीरिया में रूसी सेना के अभियान में भी भाग लिया था।
एपी
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)