सपने में भी कभी छत्रपति शिवाजी का अपमान करने के बारे में नहीं सोचा: भगत सिंह कोश्यारी

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी छत्रपति शिवाजी महाराज जैसी महान शख्सियत का अपमान करने के बारे में नहीं सोचा.

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Photo Credit : Twitter)

BS Koshyari : महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने कभी सपने में भी छत्रपति शिवाजी महाराज जैसी महान शख्सियत का अपमान करने के बारे में नहीं सोचा. राज्यपाल कोश्यारी छत्रपति शिवाजी महाराज को ‘‘पुराने जमाने’’ का आदर्श बताने की अपनी टिप्पणियों के लिए विपक्ष की आलोचना का सामना कर रहे हैं. कोश्यारी ने शाह को छह दिसंबर को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और श्री गुरु गोविंद सिंह जैसी प्रतिष्ठित शख्सियतों का अपमान करने के बारे में कभी सपने में भी नहीं सोचा.

आप जानते हैं कि अगर मैंने अनजाने में भी कोई गलती की है तो मैं तुरंत खेद व्यक्त करने या माफी मांगने में नहीं हिचकिचाता हूं.’’ राज्यपाल ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर उन पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा, ‘‘जब कुछ बड़े लोग कोविड-19 महामारी के दौरान घर पर रह रहे थे तो मैं अपनी उम्र के बावजूद महाराष्ट्र के ऊंचे किलों पर पैदल चढ़ा. मैंने ऊंचाई पर चढ़ने के लिए हेलीकॉप्टर या किसी वाहन का इस्तेमाल नहीं किया.’’ राज्यपाल ने कहा कि एक विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में दिए गए भाषणों के कुछ अंश चुन लिए गए और विवाद पैदा करने के लिए उनका इस्तेमाल किया गया.

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने एक विश्वविद्यालय में मेरे पूरे भाषण का एक अंश आलोचना के लिए चुन लिया.मैं पूर्व के आदर्शों के संदर्भ में मौजूदा प्रतिष्ठित शख्सियतों की बात कर रहा था जो युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकते हैं.’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी और राकांपा प्रमुख शरद पवार को नवंबर में डी.लिट की डिग्री प्रदान करने के बाद औरंगाबाद शहर में एक कार्यक्रम में कोश्यारी ने कहा था, "पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपका आदर्श कौन है, तो जवाब होता था जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी.’’ उन्होंने आगे कहा था कि महाराष्ट्र में आपको कहीं और देखने की आवश्यकता नहीं है (क्योंकि) यहाँ बहुत सारे प्रतीक हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने समय के आदर्श हैं तो अब अम्बेडकर और नितिन गडकरी हैं.

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