काठमांडू, 26 जून नेपाल और चीन के शीर्ष राजनयिकों ने मंगलवार को द्विपक्षीय संबंधों की समग्रता में समीक्षा की और पंचशील, आपसी विश्वास और सद्भावना के सिद्धांतों के आधार पर परस्पर क्षेत्रों के बीच सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
चीन के उप विदेश मंत्री सन वेइडोंग और नेपाल के विदेश सचिव सेवा लामसाल ने यहां नेपाल-चीन राजनयिक परामर्श तंत्र की 16वीं बैठक के दौरान व्यापक वार्ता की।
विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों की संपूर्ण आयाम में समीक्षा की गई और समझौतों के क्रियान्वयन में हुई प्रगति और पूर्व में लिए गए निर्णयों का आकलन किया।
इसमें कहा गया कि दोनों पक्षों ने, “पारस्परिक रूप से सहमत क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ावा देने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता व्यक्त की है और पारस्परिक लाभ के लिए आर्थिक अवसरों की प्राप्ति में काम करने की प्रतिबद्ध जतायी है।’’
बयान में कहा गया, "उन्होंने व्यापार, निवेश, बुनियादी ढांचे के विकास, संपर्क और कृषि आदि क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।"
उन्होंने चीन में नेपाल की पर्यटन संभावनाओं को बढ़ावा देने को लेकर वर्ष 2025 को ‘नेपाल भ्रमण वर्ष’ के रूप में मनाए जाने के बारे में भी चर्चा की।
बयान में कहा गया, "दोनों प्रतिनिधिमंडल प्रमुखों ने दोहराया कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांत, पंचशील, आपसी विश्वास, सद्भावना और समझ की मजबूत नींव नेपाल-चीन द्विपक्षीय संबंधों की मार्गदर्शक विशेषताएं बनी हुई हैं।"
दोनों पक्षों ने 2025 में विशेष कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ नेपाल और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाने का निर्णय लिया।
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