जरुरी जानकारी | जनवरी-जून में दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री में 100 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि: रिपोर्ट
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. अचल सम्पत्ति बाजार अनुसंधान एवं परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बावजूद इस साल जनवरी से जून के बीच दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 111 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 11,474 इकाई हो गई। पिछले साल यह संख्या 5,446 थी।
नयी दिल्ली, 15 जुलाई अचल सम्पत्ति बाजार अनुसंधान एवं परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बावजूद इस साल जनवरी से जून के बीच दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में घरों की बिक्री सालाना आधार पर 111 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 11,474 इकाई हो गई। पिछले साल यह संख्या 5,446 थी।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने एक वेबिनार में आठ शहरों - मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर), दिल्ली-एनसीआर, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद के लिए अपनी रिपोर्ट "इंडिया रियल एस्टेट - रेजिडेंशियल, जनवरी-जून 2021" जारी की।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 2021 कैलेंडर वर्ष (एच1 2021) की पहली छमाही में नयी आवास इकाइयों की पेशकश भी 2020 के 1,422 इकाइयों से 107 प्रतिशत बढ़ कर 2,943 इकाई हो गयी।
नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक (उत्तर) मुदस्सीर जैदी ने कहा, “दिल्ली एनसीआर के घरों के बाजार को महामारी की पहली लहर के दुष्परिणामों का प्रभाव झेलना पड़ा था क्योंकि सब जगह अनिश्चितता छायी हुई थी।"
रिपोर्ट के अनुसार डेवलपर्स द्वारा कम ब्याज दरों के साथ भुगतान विकल्पों में लचीलापन, और घरों की स्थिर कीमतें जैसी प्रोत्साहन योजनाओं ने लोगों की घर खरीदने की भावना को दोबारा प्रेरित किया।
नाइटफ्रैंक की रपट के अनुसार एनसीआर में विशेष रुप से 2020 की पहली तिमाही और 2020 चौथी तिमाही के दौरान घरों की बिक्री में पुनरुत्थान दिखाई देना शुरु हुआ और यह रुझान 2021 की पहली तिमाही में भी जारी रहा। डेवलपर कंपनियों की ओरसे द्वारा कम ब्याज दरों के साथ भुगतान विकल्पों में लचीलापन, और घरों की स्थिर कीमतें जैसी प्रोत्साहन योजनाओं से घर खरीदने वालों को प्रोत्साहन मिला।
एनसीआर में मूल्य श्रेणी के हिसाब से 2021 की पहली छमाही के दौरान एनसीआर में 1 करोड़ रुपये से ज़्यादा मूल्य के घरों की बिक्री की संख्या सबसे ज़्यादा रही। कुल बिक्री में इस श्रेणी के मकानों का हिस्सा 2020 की पहली छमाही के 28% की तुलना में 39% रहा।इसी तहत 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों का हिस्सा 36% रहा जो 2020 की पहली छमाही में 41% था। इसके साथ ही 50 लाख रुपये और 1 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों की बिक्री का हिस्सा 2021 की पहली छमाही में घटकर 25% हो गया, जो साल 2020 की पहली छमाही में 31% था।
रपट के मुताबिक इस दौरान संख्या के हिसाब से गुरुग्राम में नए घरों की बिक्री में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। कुल बिक्री में इसकी हिस्सेदारी साल 2020 की पहली छमाही में 27% से बढ़कर 2021 की पहली छमाही में 32% हो गई। कुल बिक्री में ग्रेटर नोएडा क्षेत्र की स्थिति 34% हिस्सेदारी के साथ अपने पहले के स्तर पर बनी रही। इस दौरान नोएडा की हिस्सेदारी में गिरावट देखी गई, जो साल 2020 की पहली छमाही के 18% से घटकर 2021 की पहली छमाही में 15% रही।
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