नयी दिल्ली, 1 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वार्षिक ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान छात्रों के साथ बातचीत की और उन्हें परीक्षा को त्योहारों के तौर पर लेने की सलाह दी. प्रधानमंत्री ने तालकटोरा स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘यह मेरा पसंदीदा कार्यक्रम है, लेकिन कोविड के कारण मैं आपसे नहीं मिल सका था. इससे मुझे काफी खुशी मिल रही है, क्योंकि मैं लंबे समय के बाद आपसे मिल रहा हूं.’’
मोदी ने कहा, ‘‘घबराया हुआ कौन है? आप या आपके माता-पिता? यहां अधिकतर लोगों के माता-पिता घबराए हुए हैं. अगर हम परीक्षा को त्योहार बना दें तो यह जीवंत बन जाएगा.’’ प्रधानमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का देश के हर वर्ग ने तहे दिल से स्वागत किया है. गुजरात के वडोदरा के केनी पटेल ने पूछा कि सही तैयारी (रिवीज़न) और पर्याप्त नींद लेकर कोई भी पाठ्यक्रम कैसे पूरा किया जा सकता. यह भी पढ़ें : नीतीश के राज्यसभा जाने पर विचार करने की बात कोरी अफवाह, सच्चाई से परे : संजय झा
मोदी ने कहा, ‘‘आप इतने घबराए हुए क्यों हैं? आप पहली बार परीक्षा नहीं देंगे. अब आप आखिरी पड़ाव के करीब बढ़ रहे हैं. आपने पूरा समुद्र पार कर लिया है अब किनारे के पास आकर आपको डूबने का डर है? ’’ शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा पिछले चार वर्षों से ‘परीक्षा पे चर्चा’ का आयोजन किया जा रहा है. पहले तीन बार इसे दिल्ली में एक ‘इंटरैक्टिव टाउन-हॉल’ प्रारूप में आयोजित किया गया था. चौथा संस्करण पिछले साल सात अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित किया गया था.