कीव, सात मार्च यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने देश के खिलाफ ‘रूस के हमलों’ का जवाब देने की जरूरत के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सूचित किया है और भारत ने मॉस्को के साथ सर्वोच्च स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता को दिशा देने की यूक्रेन की प्रतिबद्धता को सराहा है।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी से करीब 35 मिनट तक टेलीफोन पर बातचीत के बाद ट्वीट किया, ‘‘भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूसी हमलों से यूक्रेन के मुकाबले के बारे में सूचित किया है।’’
जेलेंस्की ने कहा, ‘‘भारत ने युद्ध के समय उसके नागरिकों की सहायता के लिए तथा सर्वोच्च स्तर पर शांतिपूर्ण वार्ता को दिशा देने के लिए यूक्रेन की प्रतिबद्धता की सराहना की है। यूक्रेन की जनता को समर्थन के लिए आभारी हूं। रूस को रोका जाए।’’
यूक्रेन में संघर्ष शुरू होने के बाद मोदी और जेलेंस्की के बीच यह दूसरी टेलीफोन वार्ता है।
नयी दिल्ली में अधिकारियों के अनुसार, भारत ने मिशन ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 76 उड़ानों से अपने करीब 16,000 नागरिकों की वापसी कराई है। यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी को रूस के सैन्य हमले शुरू होने के बाद 26 फरवरी को यह अभियान शुरू किया गया था।
रूस और यूक्रेन के सैनिकों में भीषण गोलाबारी के बीच करीब 700 भारतीय छात्र सूमी में फंसे हैं।
भारत ने रूस और यूक्रेन दोनों के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए एक गलियारा बनाया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान संघर्ष की स्थिति और उसके परिणामस्वरूप मानवता पर आने वाले संकट के बारे में गहरी चिंता प्रकट की है तथा हिंसा को फौरन रोकने की जरूरत बताई है।
मोदी ने यूक्रेन पर हमला शुरू होने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी बात की है।
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