देश की खबरें | मीराबाई 95 प्रतिशत फिट, पर अगले हफ्ते राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में नहीं खेलेंगी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने बताया कि ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू डेढ़ महीने पहले लगी जांघ की चोट से 95 प्रतिशत उबर चुकी हैं लेकिन अगले हफ्ते भारतीय सरजमीं पर होने वाली राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले पायेंगी।
नयी दिल्ली, छह जुलाई भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव ने बताया कि ओलंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू डेढ़ महीने पहले लगी जांघ की चोट से 95 प्रतिशत उबर चुकी हैं लेकिन अगले हफ्ते भारतीय सरजमीं पर होने वाली राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं ले पायेंगी।
तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई अभी अमेरिका के सेंट लुईस में डॉक्टर होर्शिग के मार्गदर्शन में 65 दिन के रिहैबिलिटेशन में हिस्सा ले रही हैं लेकिन वह विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में शिरकत करेंगी।
यादव ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया, ‘‘मीराबाई को मामूली चोट लगी थी, वह इसके लिए सेंट लुईस में रिहैब में है। वह अभी 95 प्रतिशत फिट हैं और अच्छी ट्रेनिंग कर रही हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘करीब डेढ़ महीने पहले मीराबाई ने जांघ में परेशानी की शिकायत की थी। इसलिये हमने तुरंत ही उसे अमेरिका भेजने की तैयारी कर दी। ’’
मीराबाई पूर्व भारोत्तोलक से फिजियोथेरेपिस्ट और ‘स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग’ कोच बने होर्शिग से 2020 से मार्गदर्शन ले रही हैं।
महासंघ (आईडब्ल्यूएलएफ) 12 जुलाई से राष्ट्रमंडल सीनियर, जूनियर और युवा चैम्पियनशिप की मेजबानी के लिए तैयारी में जुटा है। फिर 28 जुलाई से इसी स्थल पर एशियाई युवा और जूनियर चैम्पियनशिप भी खेली जायेगी।
यादव ने कहा, ‘‘हमें उसे (मीराबाई) को पेरिस ओलंपिक तक चोटों से मुक्त रखना होगा। उसे 49 किग्रा में कट में जगह बनाने के लिए अपना वजन कम करना होगा। और बार बार ऐसा करना उसके लिए अच्छा नहीं होगा इसलिए वह राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में हिस्सा नहीं लेगी। ’’
विश्व चैम्पियनशिप चार सितंबर से रियाध में शुरु होगी और एशियाई खेल 20 से कम दिन बाद चीन के हांगजोऊ में 23 सितंबर से खेले जायेंगे।
एशियाई खेल 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट नहीं है और इस मणिपुरी खिलाड़ी की ट्राफियों में सिर्फ एशियाड पदक की कमी है।
वहीं 2024 ओलंपिक क्वालीफिकेशन नियम के अनुसार एक भारोत्तोलक का 2023 विश्व चैम्पियनशिप और 2024 विश्व कप में हिस्सा लेना अनिवार्य है।
इसलिए वह विश्व चैम्पियनशिप से नहीं हट सकती।
वहीं राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन जेरेमी लालरिनुगा को राष्ट्रीय शिविर से बाहर कर दिया गया क्योंकि इस भारोत्तोलक ने अपनी पीठ की चोट के रिहैबिलिटेशन के लिए अमेरिका जाने से इनकार कर दिया और साथ ही उन्होंने एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के लिए ट्रायल्स में भी हिस्सा नहीं लिया।
यादव ने कहा, ‘‘जेरेमी जब चोटिल हुआ तो हमने उसे सेंट लुईस जाने के लिए कहा। हमने टॉप्स से भी बात की लेकिन उसने जाने से इनकार कर दिया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह प्रतिभाशाली खिलाड़ी है लेकिन उसने विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों के लिए ट्रायल्स नहीं दिया। इसलिये हमने उसे शिविर से बाहर कर दिया। उसे वापसी करने के लिये अच्छा प्रदर्शन करना होगा। ’’
यादव ने साथ ही कहा, ‘‘उसके कुछ अनुशासनात्मक मुद्दे भी रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘संकेत सरगर (राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता) भी चोटिल थे तो उन्हें भी शिविर से हटा दिया गया। उसका प्रदर्शन भी गिर रहा था। हाल के ट्रायल्स में जूनियर खिलाड़ियों ने उसे हरा दिया। ’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)