प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा में आसानी से रोजगार मिलेगा : पायलट

उन्होंने कहा कि 36 लाख लोग आज राजस्थान में मनरेगा में काम कर रहे है और इस लिहाज से राज्य देश में पहले नंबर पर है। पिछले 10 साल का रिकार्ड टूटा है और लगभग 1900 करोड़ रूपये के 37,000 काम स्वीकृत किये है।

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जयपुर, 21 मई राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को कहा कि जो प्रवासी श्रमिक बाहर से आ रहे है उन्हें राज्य में आसानी से मनरेगा में रोजगार मिलेगा।

उन्होंने कहा कि 36 लाख लोग आज राजस्थान में मनरेगा में काम कर रहे है और इस लिहाज से राज्य देश में पहले नंबर पर है। पिछले 10 साल का रिकार्ड टूटा है और लगभग 1900 करोड़ रूपये के 37,000 काम स्वीकृत किये है।

पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बाहर से जो प्रवासी श्रमिक राजस्थान में आयेंगे, बहुत आसानी से उनका जॉब कार्ड बनेगा और इसके लिए उनके 14 दिन के पृथक-वास के समय का उपयोग किया जाएगा ताकि उनको अविलंब काम स्वीकृत किया जा सके।

पायलट के अनुसार उन्होंने केन्द्र सरकार से और पैसा देने को कहा है और मनरेगा में रोजगार के दिन 100 की जगह 200 करने का भी आग्रह किया है। ग्रामीण क्षेत्र में हमने नारा दिया है 'एक गांव चार काम' और ये चारों काम हो रहे है।

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी उनके बताये रास्ते पर चल रही है।

उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को उनके घर भेजने के लिये कांग्रेस द्वारा भेजी गई बसों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रवेश नहीं दिये जाने पर पायलट ने कहा कि किसी की मदद लेने से कोई छोटा नहीं बन जाता है।

उन्होंने कहा, ‘‘यदि कांग्रेस पार्टी ने श्रमिकों के लिये 1000 बसें उपलब्ध करवाई थीं तो इसमें क्या गलत किया.. मानवता के भाव में आकर लोगों की मदद करना गलत नहीं है लेकिन बेवजह अडचन पैदा करना.. लोगो को गिरफ्तार करना,मामला दर्ज करना, नुक्ताचीनी करना यह उचित नहीं है। कोई गरीब अगर अपने घर पहुंच रहा था तो उसको बेवजह रोकने की क्या जरूरत थी।’’

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