देश की खबरें | पाकिस्तान के सुर में सुर मिला रहे हैं महबूबा, फारुक अब्दुल्ला: भाजपा नेता

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता कविंदर गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला पर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने और इस्लामाबाद के ‘दूत’ की तरह काम करने का आरोप लगाया।

जम्मू, 26 मई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता कविंदर गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला पर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाने और इस्लामाबाद के ‘दूत’ की तरह काम करने का आरोप लगाया।

गुप्ता ने साथ ही महबूबा और अब्दुल्ला पर यह भी आरोप लगाया कि दोनों हमेशा भारत के खिलाफ खड़े रहते हैं।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री गुप्ता ने उस भीषण आतंकी कृत्य की भी निंदा की जिसमें बुधवार को कश्मीर में एक टेलीविजन कलाकार अमरीना भट की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसका 10 वर्षीय भतीजा घायल हो गया।

गुप्ता ने कहा कि महबूबा और अब्दुल्ला ने कभी भी आतंकवादियों को इस तरह के जघन्य कृत्यों के लिए निशाना नहीं बनाया, लेकिन देश के खिलाफ कथित तौर पर युद्ध छेड़ने वालों के खिलाफ अदालत के फैसले की निंदा करने में एक पल भी देरी नहीं की।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कान्फ्रेंस अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान के सुर में सुर मिला रहे हैं। ये दोनों नेता पाकिस्तान के ‘दूत’ की तरह काम करते हैं और हमेशा भारत के खिलाफ खड़े होते हैं।’’

उन्होंने कहा कि "यह गलत रवैया" है और घाटी में उथल-पुथल के कारणों में से एक है।

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘जहां तक ​​घाटी में आतंकवादी कृत्यों का सवाल है, महबूबा, फारूक और एक ही नाव पर सवार अन्य लोगों ने इस तथ्य के बावजूद आतंकवादियों के खिलाफ एक शब्द भी बोलने की हिम्मत नहीं की कि बड़ी संख्या में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं, लेकिन जब यासीन (मलिक) की जेल की बात आई तो सभी ने आंसू बहाने शुरू कर दिए।’’

गुप्ता ने सवाल किया, ‘‘आतंकवादी के लिए इतना प्यार क्यों?’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार फिल्म उद्योग को आमंत्रित करने, पर्यटन को बढ़ावा देने जैसी विभिन्न पहलों के माध्यम से घाटी में समृद्धि लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कश्मीरियों के दुश्मन अल्पसंख्यकों, पर्यटकों और यहां तक ​​कि स्थानीय लोगों को मारने में व्यस्त हैं, जिससे शांति बहाल करना मुश्किल हो गया है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘जब कश्मीर की बात आती है तो यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि महबूबा जैसे तथाकथित मुख्यधारा के नेता भारत के खिलाफ काम करने वालों का खुलकर समर्थन कर रहे हैं और यहां तक ​​कि लोगों को यह सुनिश्चित करने के लिए उकसा रहे हैं कि अशांति जमीन पर बनी रहे क्योंकि उन्हें लगता है कि यह राजनीतिक रूप से उनके पक्ष में है।’’

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस तरह की साजिशों को सफल नहीं होने देगी और देश के हितों के खिलाफ काम करने वाले हर तत्व पर शिकंजा कसा जाएगा।

जम्मू-कश्मीर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता सुनील सेठी ने कहा कि यासीन मलिक और अमरीना भट को लेकर महबूबा का ‘‘दोहरा दृष्टिकोण" कश्मीर की राजनीति के ‘‘दोहरे मानकों’’ को उजागर करता है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\