देश की खबरें | मेघालय के वन क्षेत्र में 2021-2023 के बीच 84 वर्ग किलोमीटर की कमी: रिपोर्ट
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मेघालय में 2021 से 2023 के बीच 84 वर्ग किलोमीटर से अधिक वन क्षेत्र कम हो गया है। नवीनतम भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) में यह कहा गया है।
शिलांग, 22 दिसंबर मेघालय में 2021 से 2023 के बीच 84 वर्ग किलोमीटर से अधिक वन क्षेत्र कम हो गया है। नवीनतम भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) में यह कहा गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सिक्किम को छोड़कर (जहां वन क्षेत्र में दो वर्ग किलोमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है) पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य सभी राज्यों में वन क्षेत्र में कमी देखी गई है।
आईएसएफआर, 2023 में कहा गया है कि 7.98 प्रतिशत भूमि क्षेत्रफल के साथ यह क्षेत्र सामूहिक रूप से भारत के वन और वृक्ष क्षेत्र में 21.08 प्रतिशत का योगदान देता है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान में रिपोर्ट जारी की।
इसमें बताया गया कि 2021 से अब तक देश भर में कुल वन एवं वृक्ष क्षेत्र में 1,445 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है।
हालांकि, अध्ययन में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि मेघालय में वन क्षेत्र के नुकसान का कारण क्या है, लेकिन राज्य के वन अधिकारियों ने कहा कि "कृषि विस्तार, बढ़ती बस्तियों और बुनियादी ढांचे के विकास सहित मानवीय गतिविधियों को इसका कारण माना जा रहा है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि नगालैंड में वन क्षेत्र में सबसे अधिक कमी (125.22 वर्ग किमी) दर्ज की गई है, इसके बाद त्रिपुरा (100.22 वर्ग किमी), मेघालय (84.07 वर्ग किमी) और असम (83.92 वर्ग किमी) का स्थान है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)