जरुरी जानकारी | विनिर्माण, खनन क्षेत्र का अच्छा प्रदर्शन, अगस्त में औद्योगिक उत्पादन 11.9 प्रतिशत बढ़ा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में अगस्त में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। निम्न तुलनात्मक आधार तथा विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। इन क्षेत्रों का उत्पादन कोविड-पूर्व स्तर को पार कर गया है।

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में अगस्त में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। निम्न तुलनात्मक आधार तथा विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। इन क्षेत्रों का उत्पादन कोविड-पूर्व स्तर को पार कर गया है।

औद्योगिक उत्पादन में विनिर्माण क्षेत्र का भारांश 77.63 प्रतिशत है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर 9.7 प्रतिशत रही। इस दौरान खनन क्षेत्र का उत्पादन 23.6 प्रतिशत तथा बिजली क्षेत्र का 16 प्रतिशत बढ़ा।

अगस्त, 2020 में औद्योगिक उत्पादन 7.1 प्रतिशत घटा था।

अगस्त, 2021 में आईआईपी 131.1 अंक रहा, जो पिछले साल समान महीने में 117.2 अंक रहा था। अगस्त, 2019 में यह 126.2 अंक था।

आंकड़ों से पता चलता है कि औद्योगिक उत्पादन सुधरा है और यह महामारी पूर्व के अगस्त, 2019 के स्तर को पार कर गया है।

चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त में आईआईपी में 28.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में आईआईपी में 25 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

कोरोना वायरस महामारी की वजह से पिछले साल मार्च से औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ है। उस समय इसमें 18.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

अप्रैल, 2020 में लॉकडाउन की वजह से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होने से औद्योगिक उत्पादन 57.3 प्रतिशत घटा था।

आर्थिक गतिविधियां खुलने के बाद सितंबर, 2020 में कारखाना उत्पादन एक प्रतिशत बढ़ा था। अक्टूबर में इसमें 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। नवंबर, 2020 में इसमें 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी, जबकि दिसंबर, 2020 में यह 2.2 प्रतिशत बढ़ा था।

इसके बाद जनवरी में आईआईपी में 0.6 प्रतिशत तथा फरवरी में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई। मार्च में यह 24.2 प्रतिशत बढ़ा। अप्रैल में एनएसओ ने आईआईपी के आंकड़ों को रोक लिया था।

मई, 2021 में आईआईपी 27.6 प्रतिशत तथा जून में 13.6 प्रतिशत बढ़ा था।

इस साल जुलाई में आईआईपी में 11.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। सरकार ने 25 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी स्तर पर लॉकडाउन लगाया था।

अगस्त, 2020 में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 7.6 प्रतिशत तथा खनन क्षेत्र के उत्पादन में 8.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अगस्त, 2020 में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 1.8 प्रतिशत घटा था।

निवेश का संकेतक माने जाने वाले पूंजीगत सामान क्षेत्र का उत्पादन अगस्त, 2021 में 19.9 प्रतिशत बढ़ा है। एक साल पहले समान महीने में यह 14.4 प्रतिशत घटा था। अगस्त, 2021 में टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र का उत्पादन आठ प्रतिशत बढ़ा जबकि अगस्त, 2020 में यह 10.2 प्रतिशत घटा था।

इसी तरह गैर-टिकाऊ सामान क्षेत्र का उत्पादन 5.2 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले समान महीने में इसमें तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी।

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