Maharashtra: नवेगांव नागझिरा बाघ अभयारण्य में बाघिन ने चार शावकों को दिया जन्म

महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नवेगांव नागझिरा बाघ अभयारण्य (एनएनटीआर) में एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है.अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

Tigress Representative Image (Photo Credit: Wikimedia Commons)

गोंदिया, 18 मई: महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नवेगांव नागझिरा बाघ अभयारण्य (एनएनटीआर) में एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इसके अलावा, ब्रम्हपुरी रेंज (चंद्रपुर जिला) से दो और बाघिनों को जल्द ही एनएनटीआर में छोड़े जाने की उम्मीद है. यह भी पढ़ें: Delhi: चिड़ियाघर में 18 साल बाद एक बाघिन ने शावकों को दिया जन्म

एनएनटीआर के क्षेत्र निदेशक जयरामे गौड़ा आर ने कहा कि बाघिन टी-4 को हाल-फिलहाल में अपने चार शावकों के साथ घूमते देखा गया है. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा संकेत है, क्योंकि अभयारण्य में बाघों की संख्या में और इजाफा होगा. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बाघ शावकों की उम्र चार से पांच महीने के बीच होने का अनुमान है.

हाल ही में जारी अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट के मुताबिक, एनएनटीआर में मौजूदा समय में 12 से 17 बाघ मौजूद हैं. अधिकारी ने बताया कि वन विभाग ब्रम्हपुरी रेंज से दो और बाघिनों को ले आया है, जिन्हें जल्द ही एनएनटीआर में छोड़ा जाएगा.

मानद वन्यजीव संरक्षक सावन बहेकर ने कहा कि टी-4 के साथ चार शावकों को देखे जाने और दो अन्य बाघिनों को ब्रह्मपुरी रेंज से स्थानांतरित किए जाने की योजना के मद्देनजर एनएनटीआर प्रबंधन के सामने नयी चुनौतियां होंगी. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को शावकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी और अभयारण्य में छोड़ी जाने वाली दो नयी बाघिनों की आवाजाही की लगातार निगरानी भी करनी पड़ेगी.

बहेकर ने कहा, “मानव-पशु संघर्ष की स्थिति और प्राकृतिक खतरे भी हो सकते हैं। प्रबंधन को बाघों के समक्ष मौजूद मानव निर्मित खतरों से निपटने का प्रयास करने की जरूरत है। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि बाघ वन क्षेत्र के अंदर रहें और बाहर न जाएं.”

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