देश की खबरें | महाराष्ट्र बारिश: उस्मानाबाद जिले में 16 लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया

औरंगाबाद, 28 सितंबर महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में मंगलवार को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने बाढ़ के पानी में फंसे 16 लोगों को हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उस्मानाबाद जिले और मराठवाड़ा क्षेत्र के अन्य भागों में बीते दो दिन में भारी बारिश हुई है।

उस्मानाबाद तहसील के दौतपुर गांव से दो बच्चों सहित छह लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिये बचाया गया, जबकि कलांब तहसील के सौंदाने अंबा गांव से दस लोगों को सुरक्षित निकाला गया।

पड़ोसी लातूर जिले के कलेक्टर पृथ्वीराज बी पी ने बताया कि जिले के रेनापुर तहसील के पोहरेगांव में एक बच्चे समेत तीन लोगों का परिवार कथित तौर पर फंसा हुआ है, लेकिन खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच सका।

उन्होंने कहा, ''हम उन्हें बचाने के अन्य तरीके आजमा रहे हैं। हेलीकॉप्टर लातूर में रुका है। यह कल सुबह उन्हें बचाने के लिए उड़ान भरेगा।''

उस्मानाबाद जिले में इस मानसून के मौसम में 824.90 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो पिछले साल हुई 620.60 मिमी की तुलना में 204 मिमी अधिक है। भूम तहसील में अब तक सबसे अधिक 961.60 मिमी बारिश हुई है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा कि कई वर्षों के बाद जिले में इतनी ज्यादा बारिश हुई है, जो वार्षिक औसत का 136.78 प्रतिशत है। उस्मानाबाद सूखा क्षेत्र कहे जाने वाले मराठवाड़ा का हिस्सा है।

उन्होंने बताया कि भूम में जहां 961.60 मिमी बारिश हुई है, वहीं अन्य तहसीलों में उस्मानाबाद में 786.90 मिमी, तुलजापुर में 847.10 मिमी, परंदा में 757.10 मिमी, कल्लम में 763.90 मिमी, ओमरगा में 864.70 मिमी, लोहारा में 725.70 मिमी और वाशी में 925.20 मिमी बारिश हुई है।

उन्होंने कहा कि सिनाकोलेगांव, चांदनी, मांजरा, टेरना, लोअर टेरना, रुईभर, कुरनूर और बोरी जैसे बांध उफान पर हैं। उस्मानाबाद शहर के लिए पानी का मुख्य स्रोत उजानी बांध भी उफान पर है। भारी बारिश ने सोयाबीन, मूंग, उड़द, अरहर, कपास और बाजरा जैसी खरीफ फसलों को प्रभावित किया है।

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