Madhya Pradesh: दमोह जिले के कलेक्टर और SP का तबादला, कमलनाथ बोले- उपचुनाव में BJP की करारी हार के बाद शिवराज सरकार ने लिया फैसला
कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान (Photo Credits: PTI)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की दमोह (Damoh) विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी (Rahul Singh Lodhi) की करारी हार के पांच दिन बाद प्रदेश सरकार ने दमोह जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सरकार के इस निर्णय को अचंभित व हैरान करने वाला बताया है. मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार दमोह जिले के कलेक्टर तरूण राठी (Tarun Rathi) का तबादला कर पहले जबलपुर (Jabalpur) जिले के अपर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह को दमोह जिले का कलेक्टर बनाया गया. लेकिन इस आदेश के चंद ही घंटों बाद उसी दिन नया आदेश जारी कर अनूप कुमार सिंह का तबादला निरस्त कर उन्हें अपने पहले पद जबलपुर जिले के अपर कलेक्टर पर यथावत कर दिया गया और इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त एस कृष्ण चैतन्य को दमोह जिले का कलेक्टर बना दिया गया. यह भी पढ़ें- Madhya Pradesh Lockdown: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का ऐलान- 15 मई तक सबकुछ बंद करें, कड़ाई से जनता कर्फ्यू लगाया जाए.

तरूण राठी को अब उप सचिव, मध्य प्रदेश शासन की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह से मध्य प्रदेश गृह विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी आदेश के अनुसार दमोह जिले के पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान का स्थानांतरण सहायक पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस मुख्यालय भोपाल में कर दिया गया है और उनके स्थान पर डी आर तेनीवार को दमोह जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. हालांकि, आदेश में दमोह जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के तबादले के बारे में कोई कारण नहीं लिखा गया है.

दमोह के नये कलेक्टर चैतन्य ने शनिवार शाम को अपना प्रभार भी संभाल लिया है. राठी के अलावा, रतलाम कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड का भी स्थानांतरण कर अपर सचिव, मध्य प्रदेश शासन बनाया गया है और उनके स्थान पर गुना जिले के कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम को रतलाम का कलेक्टर बनाया गया है. सूत्रों के अनुसार डाड को रतलाम जिले में कोरोना वायरस संक्रमण दर को रोकने में कथित रूप से असफल होने के लिए हटाया गया है. वहीं, बालाघाट जिले के अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल का तबादला कर गुना जिले का कलेक्टर बनाया गया है.

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज जारी अपने एक बयान में दमोह उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की करारी हार के बाद दमोह के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के तबादले पर सवाल उठाते हुए इस निर्णय को अचंभित व हैरान करने वाला बताया है.

उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा नीत सरकार के इस कृत्य से एक सवाल उठता है कि क्या भाजपा ने दमोह में चुनाव जिताने की जिम्मेदारी वहाँ के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को सौंपी थी? कमलनाथ ने बताया कि यदि दमोह जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अपने कर्त्तव्यों के निर्वहन और अपनी वर्दी का सम्मान करते हुये निष्पक्ष चुनाव कराये तो क्या सरकार उन्हें इस कर्तव्यपरायणता की सजा देगी?

उन्होंने कहा, ‘‘साफ नजर आ रहा है कि भाजपा प्रशासन का दुरूपयोग कर चुनाव जीतना चाहती थी, और अपने इस नापाक मंसूबे में असफल होने के बाद अब प्रशासनिक अधिकारियों में आतंक पैदा करने के लिये कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को हटाया गया है.’’ दमोह विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार राहुल सिंह लोधी को 17,097 मतों से हराया है और इस सीट पर पार्टी की जीत बरकरार रखी. इसका परिणाम दो मई को आया है.