कृषि कानूनों के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को लोकसभा में हंगामा किया जिस कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
नयी दिल्ली, 22 जुलाई : कांग्रेस (Congress) और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर बृहस्पतिवार को लोकसभा में हंगामा किया जिस कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में हंगामे के बीच प्रश्नकाल शुरू करवाया. इस दौरान कुछ सदस्यों ने जलशक्ति मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे और जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उत्तर दिए.
कांग्रेस के सदस्यों ने ‘काले कानून वापस लो’ के नारे लगाए. उन्होंने तख्तियां हाथ में ले रखी थीं. इनमें से एक तख्ती पर ‘अन्नदाता का अपमान बंद करो, तीनों कृषि कानून रद्द करो’ लिखा था. सदन में नारेबाजी के बीच अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘‘यह सदन चर्चा और संवाद के लिए है. आपको जनता ने तख्तियां दिखाने और नारेबाजी करने के लिए नहीं भेजा है. यह भी पढ़ें : Mumbai: नई मुसीबत में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह, 15 करोड़ की रिश्वत के मामले में FIR- 5 अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी शिकायत
आप मुद्दे उठाएं, चर्चा करें और जनता की समस्याओं के समाधान का प्रयास करें. आपको चर्चा करने का पूरा समय मिलेगा.’’ बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘तख्तियां दिखाना और नारेबाजी करना है तो आप सदन से बाहर चले जाएं. यह उचित नहीं है.’’ सदन में हंगामा नहीं थमने पर बिरला ने सुबह करीब 11.10 बजे लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.